यह जानकर आपको भी खुशी होगी कि बाकी विकासशील राज्यों की तरह अब हमारा बिहार भी अपनी कदम आगे बढ़ा रहा हैं बीते वर्षों से देश दुनिया की कंपनियां पेट्रोलियम उत्सर्जन से हो रहे ग्लोबल समस्या एवं प्रदूषण को को देखते हुए इसमें कमी लाने के लिए सभी बड़ी कंपनियां एवं सरकारी संस्थाएं ग्रीन एनर्जी की तरफ move कर रहे हैं तो वहीं इसमें अब हमारा बिहार अपनी भागीदारी निभाने की कोशिश कर रही है जिसके अंतर्गत हमारे बिहार में लगभग 75 वाहन इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन को अलग-अलग जिलों में लगाया गया है जो निम्न प्रकार है।
जहां तक इलेक्ट्रॉनिक वाहन चार्जिंग स्टेशन की बात की जाए तो यह सार्वजनिक पेट्रोलियम कंपनियों वाले पेट्रोल पंप पर ही स्थापित किए गए हैं जिसमें सबसे कम संख्या वाले जिले सुबे हैं यह विद्युत रूप से चालू तो नहीं हैं लेकिन जहां तक सबसे अधिक चार्जिंग स्टेशन वाले जिले की बात की जाए तो वह सासाराम है इसके अलावा मुजफ्फरपुर को 8 चार्जिंग स्टेशन, पटना में 5, पूर्वी चंपारण में 6, सुपौल में 6, जबकि समस्तीपुर में भी 6 चार्जिंग स्टेशन लगाए गए हैं।
आपको बता दू कि सार्वजनिक तेल कंपनियों का मानना यह है कि भारत में शुद्ध-शून्य उत्सर्जन को हासिल करने की टारगेट 2070 तक की संभावना की है वही I.O.C. ने वर्ष 2022 से 23 के बीच 70 और चार्जिंग स्टेशन लगाने की अपेक्षा की है इसके अलावा लगभग 40 बीपीसीएल और लगभग 35 एचपीसीएल पेट्रोल पंपों पर ओपन वाहन इलेक्ट्रिक चार्जिंग की सुविधा स्थापित हो चुकी है साथी इंडियन ऑयल ने अगले 3 वर्ष मैं करीब 10,000 से भी ज्यादा पेट्रोल पंपों पर वाहन इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन सुविधा को लगाने की जानकारी साझा की है।
Comment here