जैसा कि आपको पता ही होगा यदि आप उत्तर बिहार से संबंधित है तो राजधानी पटना आवागमन के दौरान कितनी तरह की ट्रैफिक परेशानियां की सामना करनी पड़ी होगी खासकर बीते वर्षों में गांधी सेतु की पुनः र्निर्माण के दौरान लगे ट्राफिक इन सभी परेशानियों को देखते हुए बिहार सरकार के द्वारा दिए गए प्रस्ताव को देखते हुए भारत सरकार ने स्वीकृत करते हुए इसे मंजूरी दे दी है जिसका निर्माण एवं प्रारंभ निम्न तरीकों से है।
पटना के दीघा एवं छपरा की सोनपुर के बीच गंगा नदी पर बने जेपी सेतु के समांतर नए छे-लेन वाली पुल के निर्माण को लेकर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मंजूरी देकर इसे राज्य सरकार को भेजी है वही उच्च स्तर पर इस एलाइनमेंट प्रोजेक्ट की स्वीकृति के बाद प्रोजेक्ट के लिए जमीन की अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
वैसे तो जेपी सेतु के समांतर बनने वाले उन लेन को तो चार लेन में बनाया जाना था पर राज्य सरकार ने बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को इसका जिम्मा डीपीआर को दिया बाद में यह पटना से बेतिया के बीच वाले हिस्से के एन-एच में आ गया, आपको बता दूं कि इस पुल के रास्ते पटना को वैशाली, केसरिया, सोनपुर, रामपुर, खजुरिया और अरेराज होते हुए वाल्मीकिनगर तक मिलाया जाएगा।
पटना के साथ-साथ सारण जिलों में भी अधिग्रहण की जाएगी जमीनें।
तो एलाइनमेंट के तहत दीघा वाले छोड़ मे प्रस्तावित पुल में बहुत ज्यादा अधिक जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता तो नहीं पड़ेगी लेकिन वही सोनपुर वाले छोड़ मैं जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता होगी यह जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरा होने के बाद ही इस पुल कि निर्माण को प्रारंभिक किया जाएगा।
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