इस बच्ची को नहीं बचा सका 16 करोड़ का इंजेक्शन : इन दिनों बिहार में आयंश हो बचाने की कोशिश की जा रही है, आयंश को स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी(SMA) नाम की बीमारी है जिसके इलाज के लिए 16 करोड़ के इंजेक्शन की दरकार है. इन सब के बीच एक इसी से मिलता जुलता मामला सामने आया है. यह मामला है महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ में रहने वाले सौरभ शिंदे की बेटी वेदिका(Vedika) का.
वेदिका को भी लम्बे समय से स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी नाम की जेनेटिक बीमारी थी, यह बीमारी शरीर में sma -1 जीन की कमी से होती है इससे बच्चे के मश्पेशियाँ कमज़ोर हो जाती है शरीर में पानी की कमी होने लगती है स्तनपान या दूध की एक बूँद भी सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. जिससे बच्चे की एक्टिविटी धीरे धीरे कम हो जाती है और उसकी जान चली जाती है हालांकि इन सब के बावजूद वेदिका के माँ बाप को आस थी की इस बीमारी का इलाज है.
इसी को ध्यान में रखते हुए वेदिका को बचाने के लिए माता–पिता ने क्राउड फंडिंग से 16 करोड़ रुपए जमा करके जोलगेन्स्मा नाम का इंजेक्शन अमेरिका से मंगवाया था, इस उम्मीद में की इस इंजेक्शन के लग जाने से उनकी बच्ची बच जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं, माँ बाप ने एड़ी चोटी का जोर तो लगा दिया लेकिन बच्ची को बचाने में चिकित्सक कामयाब नहीं हो पाए. हाल ही में सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उसे पुणे के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट किया गया, लेकिन देर रात उसने दम तोड़ दिया.
input – daily bihar
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