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होली के दिन दामाद को करवाई जाती है गधे की सवारी, 80 सालों से निभाई जा रही है अनोखी परंपरा

भारत में होली का त्यौहार (Holi Festival) बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है, जिसमें अलग-अलग रंगों से एक दूसरे को रंगने का रिवाज है। हालांकि भारत के विभिन्न राज्यों में होली को लेकर अलग-अलग प्रकार के रीति रिवाज पालन किया जाता है, जिसमें महाराष्ट्र का नाम सबसे आगे है।

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महाराष्ट्र (Maharashtra) के बीड (Beed) जिले में स्थित विडा येवता गाँव में होली को लेकर एक बहुत ही अजीब परंपरा का पालन किया जाता है, जिसमें दामाद को गधे पर बैठाकर रंग लगाने की अनोखी रस्म निभाई जाती है। आइए जानते हैं विडा येवता गाँव में निभाए जाने वाले इस अनोखे रिवाज के बारे में।

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Holi 2022

गधे पर बैठकर गाँव में घूमता है दामाद (Holi 2022)

विडा येवता गाँव में पिछले 80 सालों से होली के मौके पर एक अनोखी परंपरा का पालन किया जाता है, जिसमें होली के दिन गाँव के दामाद को गधे पर बैठाकर रंग लगाया जाता है। इस रस्म की शुरुआत गाँव में रहने वाले देशमुख परिवार ने शुरू की थी, क्योंकि उनके दामाद ने होली के दिन रंग लगवाने से इंकार कर दिया था।

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ऐसे में देशमुख परिवार के साथ-साथ पूरे गाँव के लोगों ने दामाद को मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह रंग लगवाने के लिए नहीं माना। इसके बाद देशमुख परिवार ने दामाद को मनाने के लिए फूलों से सजा एक गधा गाँव में मंगवाया और उसके ऊपर दामाद को बैठा कर पूरे गाँव की सवारी करवाई थी।

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Holi 2022

80 साल से निभाई जा रही है परंपरा

इस दौरान दामाद को मंदिर ले जाया गया और उसे नए कपड़े व सोने के जेवर भेंट स्वरूप दिए गए, ताकि वह होली के मौके पर रंग लगवाने के लिए राजी हो जाए। आखिरकार देशमुख परिवार का दामाद रंग लगवाने के लिए तैयार हो गया, जिसके बाद गाँव के लोगों ने गधे पर बैठे दामाद का चेहरा रंगों से रंग दिया था।

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बस तब से लेकर अब तक विडा येवता गाँव में होली के दिन दामाद को फूलों से सजे हुए गधे में बैठाकर घूमाने और उसे रंग लगाने की परंपरा निभाई जा रही है। इस अनोखी परंपरा को निभाते हुए 80 साल बीत चुके हैं, ऐसे में इस गाँव का हर दामाद एक न एक बार होली के दिन गधे पर बैठकर सवारी करता है और खुद को रंग लगवाता है।

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