आज सावन का आखिरी सोमवार है। शिवालयों मंदिरों में भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। श्रावण महीना बीते 25 जुलाई 2021 को आरंभ हुआ था। अब वो खत्म होने जा रहा है। सावन का महीना सबसे खूबसूरत महीना कहा जाता है। इस पूरे महीने बाबा भोले की आराधना होती है। सोमवार को भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। भगवान भोलेनाथ पूजा से प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। राहु काल में पूजा अर्चना से बचना चाहिए। बाबा की पूजा अर्चना पूरे दिन होती है। लेकिन इस बार सोमवारी में सुबह 9 बजे तक राहु काल है, ऐसे में पूजा 9 बजे के बाद करें।
पंचांग के अनुसार 16 अगस्त 2021 को है। इस दिन श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। सोमवार के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में विराजमान रहेगा। इस दिन अनुराधा नक्षत्र रहेगा। सावन के आखिरी सोमवार की अहमियत ज्यादा होती है। इस दिन व्रत रखकर भगवान की पूजा अर्चना करने पर वो प्रसन्न हो जाते हैं। सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। सोमवार का व्रत जब रखें तो मन में किसी तरह की मैल ना रखें। पवित्र शांत मन से बाबा की आराधना करें।
आज सावन के आखिरी सोमवार को राहु काल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। राहु काल में पूजा या शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। सावन सोमवार को पंचांग के अनुसार प्रात: 07 बजकर 29 मिनट से प्रात: 09 बजकर 07 मिनट तक राहु काल रहेगा।
पंचांग के अनुसार सावन का महीना 22 अगस्त 2021 रविवार को समाप्त हो रहा है। इस दिन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि धनिष्ठा नक्षत्र है। 22 अगस्त को रक्षा बंधन भी है। भाद्रपद का महीना 23 अगस्त से शुरू होगा।
आज सावन के आखिरी सोमवार को राहु काल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। राहु काल में पूजा या शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। सावन सोमवार को पंचांग के अनुसार प्रात: 07 बजकर 29 मिनट से प्रात: 09 बजकर 07 मिनट तक राहु काल रहेगा।
पंचांग के अनुसार सावन का महीना 22 अगस्त 2021 रविवार को समाप्त हो रहा है। इस दिन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि धनिष्ठा नक्षत्र है। 22 अगस्त को रक्षा बंधन भी है। भाद्रपद का महीना 23 अगस्त से शुरू होगा।
input – daily bihar
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