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यूक्रेन में फंसे बिहारी छात्रों की अपील, हालत खराब हैं, प्लीज हमें वापस आना है, किराया सस्ता करो

PATNA- यूक्रेन की लबीब सिटी में फंसे बिहार के स्टूडेंट्स ने कहा- वापस बुलाए सरकार, हवाई किराए में दोगुनी-तिगुनी वृद्धि, छात्रों की सलामती को लेकर परिजनों में चिंता, लबीब सिटी में 1000 भारतीय छात्र हैं, कहा-उड़ानें कम हुईं : यूक्रेन और रूस के बीच हालत बहुत ज्यादे खराब हो चुका है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार युद्ध को अब टाला नहीं जा सकता है। रूस की सेना को यूक्रेन में प्रवेश करने का आदेश मिल चुका है। इधर दूसरी ओर वहां फंसे भारतीय और विशेषकर बिहारी छात्रों ने मोदी सरकार से अपील करते हुए कहा है कि प्लीज हमें वापस बुला लो यहां कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।

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यूक्रेन और रूस में युद्ध की आशंका के बीच यूक्रेन की लबीब सिटी में फंसे बिहार के छात्रों ने सरकार से स्वदेश बुलाने की गुहार लगाई है। छात्रों के मुताबिक फिलहाल जारी उड़ानें छात्रों की संख्या के आगे कम पड़ जा रही हैं। वहीं किराए में भी दो से तीन गुनी की वृद्धि हो गई है। लबीब सिटी में फंसे छात्रों में बिहार के भोजपुर, बक्सर व गोपालगंज जिले के भी कई छात्र हैं। एक विद्यार्थी अगिआंव प्रखंड में वरुणा गांव निवासी कृष्णपाल दुर्गध्वज सिंह है। वह यूक्रेन के गवर्नमेंट लबीबी नेशनल मेडिकल कॉलेज, लबीब सिटी में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र है। दुर्गध्वज ने बताया कि सत्र 2020-26 में पढ़ने वाले उसके कई साथी भी फंसे हैं जो बिहार के हैं। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध की आशंका से उनके मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में रहने वाले कई देशों के छात्र चिंतित हैं।

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फोन पर छात्र कृष्णपाल दुर्गध्वज सिंह से उनके पिता रणविजय सिंह ने बात कराई। कृष्णपाल ने कहा कि लबीब सिटी, यूक्रेन की राजधानी कीव से 600 किलोमीटर पश्चिम पोलैंड की सीमा के पास है। फिलहाल लबीब में माहौल सामान्य है, पर युद्ध की आशंका बढ़ी हुई है। हॉस्टल में भारत, पोलैंड, मिस्र, नाइजीरिया के अधिकांश विद्यार्थी पढ़ते हैं। पोलैंड व मिस्र के अनेक विद्यार्थी स्वदेश लौट चुके हैं।

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कृष्णपाल ने बताया कि लबीब सिटी में लगभग 1000 भारतीय विद्यार्थी पढ़ते हैं। भारत सरकार अपने यहां के विद्यार्थियों को स्वदेश बुलाने की व्यवस्था करें। यूक्रेन में हवाई उड़ाने कम हो गईं है। पहले 20 हजार से 25 हजार का किराया फ्लाइट का लगता था। अब 40 हजार से 70 हजार किराया लग रहा है। भारतीय सरकार को विशेष हवाई उड़ाने की व्यवस्था करनी चाहिए। कोरोना व अन्य कारण से अभी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई नहीं हो रही। ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। इनमें भारतीय छात्र हैं। यूक्रेन में रह रहे यहां के विद्यार्थियों और उनके परिवार ने प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है कि यूक्रेन से आने वाली फ्लाइटों की संख्या बढ़ाकर भारतीय छात्रों को वापस स्वदेश बुलाया जाए।

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