कुछ लोगों को प्रकृति से इतना प्यार होता है कि वे इसके लिए कुछ भी करने से पीछे नहीं हटते हैं। कुछ ऐसा ही है, बिहार के नालंदा के रहने वाले एक डॉक्टर की कहानी। नालंदा के जाने माने नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नीतीश कुमार ऐसे ही प्रकृति प्रेमी हैं।
उनको पेड़-पौधों और गार्डन का इतना शौक है, कि वे छत पर ही बागवानी करने लगे। उनके द्वारा बनाए गए टेरेंस गार्डन की चर्चा हर तरफ है। डॉ. नीतीश ने अपने घर के छत पर बागबानी की पूरी व्यवस्था की है। इससे उनका छत भी शीतल रहता है।
छत से बालकनी तक लगा रखें है औषधीय पौधे
डॉ. नीतीश बताते है कि मनी प्लांट, स्नेक प्लांट, एलोवेरा, तुलसी सहित ऐसे कई पौधे उन्होंने लगा रखे हैं जिसकी वजह से घर के आस-पास के आबोहवा स्वच्छ रहती है। यह पौधे जगह भी कम घेरते हैं ऐसे में वर्टिकल गार्डन में इनका इस्तेमाल हो जाता है।
इन पौधों को दीवार, खिड़की स्टैंड पर लगाया जा सकता है, खर्च भी कम आता है। मनी प्लांट हवा से फॉर्मेंल्डिहाइड को नष्ट करता है एवं हवा को साफ रखता है। स्नेक प्लांट वातावरण में बेंजीन, नाइट्रोजन, ऑक्साइड, फॉर्मेंल्डिहाइड और ट्राई क्लोरोथिलिन साफ करने में काम करता है।
घर की छत पर गॉर्डन कैसे बनाएं?
टेरेस गार्डनिंग का कॉन्सेप्ट जगह पर निर्भर करता है। इस बात का ध्यान रखें कि आपकी छत पर अच्छी धूप आती है। अगर छत पर कोई ऐसी जगह है जहां बहुत ही ज्यादा धूप पड़ती है तो वहां आपको एक शेड लगाना पड़ेगा या फिर आप वहां पेड़-पौधे न लगाएं।
छत पर पेड़-पौधे उगाने के लिए बाल्टी, डिब्बे, ग्रोबैग (जिसमें पौधे उगाते हैं) का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर आप मिट्टी डालकर लॉन भी तैयार कर सकते हैं। अगर आप एक किफ़ायती टेरेस गार्डन लगाना चाहते हैं, तब ग्रोबैग्स का इस्तेमाल करें। लेकिन ध्यान रहे कि ये ग्रोबैग्स वाटरप्रूफ हों ताकि आपके घर को कोई नुकसान न हो।
छत पर आप आसानी से फलियाँ, बैंगन, टमाटर और मिर्च जैसी सब्ज़ियाँ उगा सकते हैं। अगर आपके पास ज्यादा जगह है तो आप बेल और जड़ वाली सब्ज़ियाँ जैसे आलू, गाजर आदि भी उगा सकते हैं।
दूसरे शहर में गार्डन से प्रेरणा ले छत को बनाया बागवान
डॉक्टर नीतीश कुमार ने बताया कि उन्होंने दूसरे शहर जा कर छत पर बने गार्डन से प्रेरणा ली और अपने छत पर टेरेंस गार्डन बना दिया। सुबह 1 घंटे की मेहनत में आज उनका पूरा छत और घर हरा भरा है।
हर मौसम में तैयार करते हैं अलग-अलग फसल
डॉक्टर नीतीश कुमार ने बताया कि वह हर मौसम में छत पर अलग-अलग पौधे तैयार करते हैं। गाजर, मूली, मक्के, सेम, मटर, नेनुआ, लौकी, धनिया गोभी, फूल गोभी आदि तैयार करते हैं। वहीं अमरूद, अनार, स्ट्रॉबेरी भी उगा चुके हैं।
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