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बिहार का बेटा और ​मधुबनी का लाल शम्स ने लहराया परचम, भारत सरकार ने दिया नेशनल अवार्ड

मधुबनी के शम्स को बेस्ट स्पो‌र्ट्स पर्सन नेशनल अवार्ड, दिव्यांगता को पीछे छोड़ पैरा तैराकी में पाई कामयाबी :अंतरराष्ट्रीय पैरा तैराक शम्स आलम को नेशनल बेस्ट स्पो‌र्ट्स पर्सन अवार्ड के लिए चयन किया गया है। यह अवार्ड शम्स आलम को तीन दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर दिल्ली में प्रदान किया जाएगा। शम्स बिहार के पहले पैरा तैराक है, जिन्हें वर्ष 2020 के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट स्पो‌र्ट्स पर्सन अवार्ड के लिए चुना गया है। इसकी घोषणा मंगलवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने की है। बता दें कि पैरा तैराकी के क्षेत्र में शम्स आलम से पहले अब तक बिहार के किसी भी दिव्यांग खिलाड़ी को यह अवार्ड नहीं मिला था।

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मधुबनी जिले के बिस्फी प्रखंड के रथौस गांव के मकतब से प्रारंभिक शिक्षा प्रारंभ होते ही शम्स मुंबई आ गए। महाराष्ट्र के भायखला स्थित मोमिनपुरा म्यूनिसिपल उर्दू स्कूल से सातवीं तक की शिक्षा हासिल कर महाराष्ट्र के मो. हाजी साबू सिद्दीक टेक्निकल हाई स्कूल से दसवीं की। इसके बाद हाजी साबू सिद्दीक पॉलिटेक्निक कॉलेज से मेकेनिकल इंजीनियरिग में डिप्लोमा की पढ़ाई 2007 में की। बांद्रा के रिजवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिग से मेकेनिकल इंजीनियरिग की पढ़ाई पूरी की। फाइनल वर्ष 2010 के दौरान रीढ की हड्डी में गांठ का ऑपरेशन के कारण फाइनल परीक्षा से वंचित हो गए।

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वर्ष 2010 में मुंबई के आशा पारेख हॉस्पिटल में रीढ़ का ऑपरेशन हुआ। मगर, ऑपरेशन सक्सेस नहीं होने से वर्ष 2011 में मुंबई के रामकिशन मिशन अस्पताल में दोबारा ऑपरेशन कराया। मगर, शम्स का सीना से नीचे का हिस्सा बिल्कुल काम करना बंद कर दिया। फिर भी खुद का हौसला बरकरार रखते हुए शम्स ने हार नहीं मानी और पैरा तैराकी में कामयाबी हासिल करते गए। वर्ष 2012 में महाराष्ट्र पैरा चैंपियनशिप में शामिल हुए। इसमें 50 मीटर फ्री स्टाइल और 50 मीटर बेस्ट स्टॉक में कांस्य व रजत अवार्ड हासिल किया। वर्ष 2012 में शम्स ने चेन्नई में आयोजित नेशनल चैंपियन में हिस्सा लिया। जिसमें ब्रांज अवार्ड हासिल किया। वर्ष 2012 में स्वीमिग शुरू कर दी। इसी वर्ष पूणे में आयोजित महाराष्ट्र पैरा स्वीमिग चैंपियनशिप में शामिल हुए। जिसमें 50 मीटर फ्री स्टाइल, 50 मीटर बेस्ट स्टॉक में सिल्वर मेडल हासिल किया। जिससे नेशनल चैम्पियनशिप के लिए चुन लिए गए। शम्स को पैरा तैराकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने लगे। वर्ष 2007-8 तथा 2008-9 में मुंबई विश्वविद्यालय से कराटे में गोल्ड मेडलिस्ट शम्स वर्तमान में हेला इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं।

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input – daily bihar

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