प्यार तूने क्या किया! पटना में Facebook लाइव के बाद प्रेमी ने किया सुसाइड, जाते-जाते कहा- बाबू दवाई लेती रहना : वर्षों प्यार करने के बाद प्रेमी-प्रेमिका में से जब कोई एक पीछे हट जाए तो यह दूसरे की जान पर भी बन आता है. पटना सिटी स्थित गुरुद्वारे के गेस्ट हाउस में बीते रविवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ. चौक थाना क्षेत्र के बाललीला गुरुद्वारा के अधीन बने एनआरआई गेस्ट हाउस के रूम नंबर-107 में फेसबुक लाइव करने के बाद एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. वजह थी कि उसका प्यार अधूरा रह गया था. जाते-जाते उसने अपनी प्रेमिका से इतना जरूर कहा कि अपना ख्याल रखना और बाबू दवाई लेती रहना.
घटना की सूचना मिलते के बाद पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है. युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले सरदार परमजीत सिंह के रूप में की गई है. इस पूरे मामले को प्रेम-प्रसंग से जोड़कर ही देखा जा रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया. परमजीत सिंह पर्यटक के रूप में गेस्ट हाउस में कई दिनों से ठहरा हुआ था. वह दिल्ली गुरुद्वारा में ग्रन्थि था. वहीं प्रवचन देता था. रविवार को 11 बजे दिन में ही गेस्ट हाउस में आया था. दिन भर सिमरन से मिलने का प्रयास किया. सिमरन ने मिलने से इनकार कर दिया तो जान दे दी.
घटना की सूचना मिलते के बाद पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है. युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले सरदार परमजीत सिंह के रूप में की गई है. इस पूरे मामले को प्रेम-प्रसंग से जोड़कर ही देखा जा रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया. परमजीत सिंह पर्यटक के रूप में गेस्ट हाउस में कई दिनों से ठहरा हुआ था. वह दिल्ली गुरुद्वारा में ग्रन्थि था. वहीं प्रवचन देता था. रविवार को 11 बजे दिन में ही गेस्ट हाउस में आया था. दिन भर सिमरन से मिलने का प्रयास किया. सिमरन ने मिलने से इनकार कर दिया तो जान दे दी.
“मैं दुनिया में किसी चीज को नहीं हारा, लेकिन एक ही चीज है वह है मेरा प्यार जो मुझे हरा देता है. सबकुछ बढ़िया चल रहा था. मम्मी को, घर में सबको पता था. रिश्ते के लिए भी सब तैयार थे. गलती बस इतनी थी कि बीच में कुछ दिनों के लिए थोड़ी सी दूरी हो गई थी. मैंने नवंबर में कॉल किया तो कहा कि अब मैं कोई बात नहीं कर पाउंगी क्योंकि मम्मी ने फोन देख लिया है. मम्मी ने मना किया है. मैंने सोचा कि चलो कुछ नहीं, कुछ दिनों के बाद माहौल ठीक होगा, लेकिन उसके बाद उसका कोई कॉल नहीं आया. मैं दिन रात उसे फोन करता रहा. आप कॉल लिस्ट देखेंगे तो हर पांच मिनट के बाद उसे मैं कॉल करता था. उसने मेरा एक कॉल नहीं चेक किया. मैं एक तारीख को उससे मिलने के लिए गया, लेकिन वह आई ही नहीं. उसकी एक फ्रेंड प्रीति ने फोन चेक किया तो उसने कहा कि दीदी पेपर देने गई है. दस तारीख को वह आएगी तो मैं बात करा दूंगी. जब मैं दस तारीख को फोन किया तो मेरी कोई बात नहीं कराई गई.”
input – daily bihar
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