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छपरा की IPS बेटी दिव्या का कमाल, UPSC में मिला 58 रैंक, अब DM बन गरीबों की मदद करेगी

IPS की ट्रेनिंग ले रही बिहार की होनहार बेटी दिव्या ने UPSC में फिर मारी बाजी, अब IAS बनेगी : : यूं ही कोई सफल नहीं होता। मेहनत और जुनून से इंसान सफलता का स्वाद चखता है। यूपीएससी में ऐसे कई अभ्यर्थी हैं जो पहली बार में ही सफल हो जाते हैं तो वहीं 10 कोशिशों के बाद भी नहीं होते हैं। UPSC के रिजल्ट जारी होते ही बिहार के भी कई सितारे एक बार फिर जगमगाए

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इस बार करीब 30 अभ्यर्थियों ने बाजी मारी। इस बार यूपीएससी में गजब की नारी शक्ति देखने को मिली। छपरा की रहने वाली दिव्या शक्ति एक बार फिर यूपीएससी में बाजी मार गई। वह IPS की ट्रेनिंग ले रही थी और इस बार यूपीएससी में उनका सिलेक्शन IAS में हो गया है। वाकई भगवान जब मेहनत का फल देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है।

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बिहार की बेटी दिव्या शक्ति ने एक बार फिर सिविल सेवा परीक्षा में देशभर में 58 रैंक हासिल कर जिले को गौरवान्वित कर सफलता का परचम लहराया है। दूसरी बार यूपीएससी में सफल होने पर परिवार में खुशी का माहौल है। साल 2019 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में 79वां रैंक हासिल किया था। इस बार सिविल सेवा में उन्होंने 58 रैंक हासिल की। दूसरी बार मेहनत करके बेहतर रैंक लाने के लिए उन्होंने डटकर पढ़ाई की और सफल हुईं।

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दिव्या का सपना था कि वह आईएएस बने। आईपीएस में सिलेक्शन के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने सपनों के लिए दिन रात मेहनत की। इसके बाद कहीं जाकर उनका सपना साकार हुआ।

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बता दें कि दिव्या की कहानी और उनकी स्ट्रेटजी दूसरे छात्रों से काफी अलग है। उन्होंने बिना कोचिंग घर पर रहकर अपने दूसरे प्रयास में न सिर्फ परीक्षा को पास किया बल्कि अच्छी रेंक भी पाई थी। देखने में आता है कि इस परीक्षा के लिए छात्र सालों मेहनत करते हैं लेकिन दिव्या ने ठीक से एक ही साल की तैयारी कर इस परीक्षा में ऑलओवर 79 रैंक पाई। इससे पहले जब उन्होंने पहली बार परीक्षा दी थी तो वो एक अच्छी खासी जॉब कर रही थीं जिसे छोड़कर वो सिविल सेवा में आईं। दिव्या बिहार के सारण जिले के जलालपुर के कोठयां गांव की रहने वाली हैं। गांव भले ही अविकसित और अशिक्षित माना जाता हो लेकिन दिव्या के परिवार में सभी पढ़े लिखे हैं।

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उनके पिता जिला अस्पताल में मेडिकल सुप्रीटेंडेंट और भाई स्कूल में शिक्षक हैं। गांव में भले ही पढ़ाई का माहौल न हो लेकिन दिव्या के घर शुरू से ही पढ़ाई लिखाई का अच्छा माहौल था। दिव्या ने अपनी 12वीं तक की पढाई पूरी करने के बाद बिट्स पिलानी इंजीनीयरिंग इंस्टीट्यूट से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया।

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