दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट-सर्च कंपनी गूगल (Google) की 280 गलतियां निकालीं एक भारतीय ने। उनका नाम है- अमन पांडे। वह मध्य प्रदेश राज्य से हैं, इंदौर के रहने वाले। उनके बेहतरीन काम और खोज के लिए गूगल ने उन्हें सम्मानित करने का फैसला किया। गूगल की गलतियां ढूंढने के लिए उन्हें करोड़ों का इनाम मिला है। इनामी राशि है- 65 करोड़ रुपए।
इंदौर का युवा GOOGLE का टॉप रिसर्चर
जी हां, अमन इंदौर शहर के रहने वाले हैं, जो ‘बग्स मिरर’ नाम की कंपनी चलाते हैं। अमन ने गूगल की 280 गलतियां खोजकर बग रिपोर्ट अमेरिका भेजी थी। गूगल ने अपनी विभिन्न सेवाओं पर पिछले साल बग रिपोर्ट करने वालों को 87 लाख डॉलर का इनाम दिया। जिनमें एक नाम इंदौर के अमन का ही है। सिर्फ नाम या इनाम नहीं, बल्कि गूगल ने अपनी रिपोर्ट में इनका खास तौर पर जिक्र भी किया है। गूगल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, ”अमन पांडेय पिछले साल हमारे टॉप रिसर्चर रहे। इसलिए कंपनी ने इन लोगों को 65 करोड़ रुपए का इनाम दिया है।’
भोपाल से किया था B. Tech
दिलचस्प बात यह है कि, गूगल की गलतियां अमन ने अपनी पढ़ाई पूरी करने से पहले से निकालना शुरू कर दिया था। अमन ने भोपाल से बी. टेक किया। उसके बाद पिछले साल जनवरी में कंपनी शुरू की थी। जिसका नाम- “बग्स मिरर” है। गूगल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अमन ने पिछले साल 232 बग रिपोर्ट किए। पहली बार उन्होंने वर्ष 2019 में अपनी रिपोर्ट दी थी और तब से अब तक वह एंड्रॉइड वल्नरेबिलिटी रिवॉर्ड प्रोग्राम (वीआरपी) के लिए 280 से ज्यादा वल्नरेबिलिटी के बारे में रिपोर्ट कर चुके हैं।
कई विदेशी कंपनियों की मदद की
गूगल का कहना है कि, अमन का काम हमारे कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ है। अमन की कंपनी बग्स मिरर गूगल, एप्पल और अन्य कंपनियों को उनके सिक्योरिटी सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करती है। अमन के मुताबिक, उन्होंने अपनी कंपनी बग्स मिरर की शुरुआत जनवरी 2021 में की। उन्होंने बताया कि, उनकी मैनेजमेंट टीम में अभी 4 लोग हैं। बाकी इंटर्न हैं। उन्होंने कहा, “हम लोगों ने इसकी शुरुआत स्टार्टअप के तौर पर की। इसकी सफलता पर अब हम बहुत उत्साहित हैं।”
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