सालाना वेतन 8 लाख, 15 लाख का तो प्रीमियम भरते थे अफसर : भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसवीयू ने हाजीपुर नगर परिषद के निलंबित कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के ठिकानों पर छापेमारी कर बड़ी संपत्ति का पता लगाया है और उससे संबंधित दस्तावेज जब्त किए हैं।
अनुभूति प्रसाद हाजीपुर के पहले भभुआ में पदस्थापित थे और उनपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। यह मामला मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भी आया था और उसके बाद 18 अगस्त को नगर विकास विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया था। एसवीयू ने अनुभूति प्रसाद के खिलाफ आय से अधिक 1 करोड़ 1 लाख 75 हजार 484 रुपए की संपत्ति अर्जित करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया है।
करीब दो वर्षों के बाद एसवीयू की यह पहली कार्रवाई है। छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति के साथ यह भी पता चला कि वह सालाना 15 लाख रुपए से अधिक का तो प्रमीमियम ही भरते थे। जबकि उसकी कुल वार्षिक सैलरी करीब आठ लाख होगी। अनूभूति श्रीवास्तव के मॉरीशस भ्रमण के भी दस्तावेज मिले हैं। एसवीयू की टीम ने बुधवार की सुबह अनुभूति प्रसाद के रूकनपुरा के तिलक नगर स्थिति अपर्णा मैंसन अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 407 बी में छापेमारी की। अनुभूति ने यह फ्लैट वर्ष 2017 में 38 लाख में खरीदी थी।
{अनुभूति श्रीवास्तव वर्ष 2013 में नगर विकास एवं आवास विभाग में सेवा में आए थे। एसवीयू ने उनकी संपत्ति का जो आकलन किया गया है उसके तहत उनकी कुल आय 51 लाख 19 हजार है। खर्च 29 लाख 93 हजार 295 रुपए है। बचत करीब 21 लाख 25 हजार 705 रुपए है। उनकी कुल संपत्ति 1 करोड़ 23 लाख 1 हजार 189 रुपए की आंकी गई है और आय से अधिक उनकी संपत्ति 1 करोड़ 1 लाख 75 हजार 484 रुपए आंकी गई है।
input – daily bihar
Comment here