PATNA : उत्तराखंड के मसूरी में आईटीबीपी इंस्पेक्टर कमलेश कुमार रविवार को भावुक हो गए। मौका बेटी दीक्षा के असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में पासआउट होने का था। जैसे ही बेटी अकादमी से पास होकर बाहर निकली, तो कुमार ने उन्हें सेल्यूट किया। दीक्षा के अलावा प्रकृति भी असिस्टेंट कमांडेंट बनी हैं। ये दोनों महिला कॉम्बैट ऑफिसर हैं और ऐसा पहली बार हुआ है।
अकादमी में हुए कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचें। इस दौरान उन्होंने आईटीबीपी के डीजी ने मसूरी के भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में दीक्षांत परेड समारोह में ‘आईटीबीपी का इतिहास’ किताब भी जारी की। यह पहला मौका है जब यूपीएससी चयन प्रक्रिया से भारत-तिब्बत सीमा पुलिस में दो महिला अधिकारी शामिल हुई हैं। दोनों अधिकारियों प्रकृति और दीक्षा को असिस्टेंट कमांडेंट का पद दिया गया है।
समरोह में एक पल सबसे ज्यादा खास था। महिला असिस्टेंट कमांडेंट दीक्षा के पिता ITBP में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। परेड के दौरान वह वहां पर मौजूद थे। बेटी पास होकर ग्राउंड से बाहर निकली को पिता इंस्पेक्टर कमलेश कुमार ने उन्हें सेल्यूट किया। दीक्षा ने अपनी कामयाबी का श्रेय पिता को दिया है। उन्होंने कहा कि ITBP में शामिल होने की प्रेरणा पापा से ही मिली थी। मुझे कामयाबी मिले, उन्होंने इसका ध्यान रखा और सभी सुविधाएं मुझे दी गई। उन्होंने लड़कियों से ITBP ज्वाइन करने की अपील की, जहां आपकों नई-नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
input – daily bihar
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