PATNA-16 फरवरी को मनेगी माघी पूर्णिमा, दोपहर बाद 2:28 से 3:12 बजे तक स्नान व पूजन का विजय मुहूर्त : 16 फरवरी को माघी पूर्णिमा मनेगी। इसबार शोभन योग में माघी पूर्णिमा पड़ना अत्यंत शुभकारी माना जा रहा है। 15 फरवरी को रात 9:42 बजे से पूर्णिमा की शुरुआत हो रही है और समापन 16 फरवरी की रात 1:25 बजे होगा। इसलिए माघी पूर्णिमा 16 फरवरी को है। शोभन योग रात 8:44 बजे तक है। यह योग मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार उस दिन विजय मुहूर्त दोपहर बाद 2:28 बजे से दोपहर 3:12 बजे तक है। ज्योतिषाचार्य आचार्य प्रियेन्दु प्रियदर्शी के अनुसार माघी पूर्णिमा व्रत रखने और सत्यनारायण भगवान की कथा का आयोजन करने से घर और परिवार में सुख-शांति बढ़ती है। पूर्णिमा की रात चंद्रमा की पूजा करने से चंद्र दोष दूर होता है।
इस रात धन अाैर वैभव की देवी माता लक्ष्मी की भी पूजा करने की परंपरा है। माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस रात अपने घर और पूजा स्थान को साफ रखना चाहिए। माता लक्ष्मी को पंचमेवा, मखाने के खीर, लड्डू अाैर बतासे का भोग लगाना चाहिए। इससे महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्तों की आर्थिक उन्नति का द्वार खोल देती हैं। साल में 12 पूर्णिमा पड़ती हैं और सभी का अलग-अलग महत्व है। माघ मास में पड़ने वाली पूर्णिमा बड़ी पूर्णिमा में से एक है। इस दिन स्नान-ध्यान और दान आदि का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन देवी-देवता धरती के गंगा घाट पर आते हैं।
पवित्र नदियों में है स्नान का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माघ मास की पूर्णिमा तिथि को सभी देवी-देवता गंगा में स्नान करने आते हैं। भगवान विष्णु भी इस दिन गंगा में निवास करते हैं। इसलिए इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान के बाद दान करने की भी है। साथ ही जो साधक माघ मास में कल्पवास करते हैं, उनका पूर्णिमा के दिन कल्पवास का व्रत समाप्त होता है।
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