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मिथिला के लाल का कमाल, डॉ. आशीष झा पर जो बाइडेन ने जताया भरोसा

बिहार के मधुबनी जिले के डॉक्टर आशीष कुमार झा (Dr. Ashish Kumar Jha) की प्रतिभा और काबिलियत पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भरोसा जताया है. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल (Harvard Medical School) में मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. आशीष झा को जो बाइडेन (Joe Biden) ने अमेरिका में कोविड-19 रिस्पॉन्स को-ऑर्डिनेटर (Covid-19 Response Coordinator) की अहम जिम्मेदारी सौंपी है. 51 वर्षीय डॉ. आशीष झा मूल रूप से मधुबनी (Madhubani) के कलुआही प्रखंड के पुरसोलिया गांव के निवासी हैं. उनका बचपन यहीं बीता है हालांकि अब उनका परिवार अमेरिका (America) में रहता है. लेकिन आशीष झा का अपने गांव से जुड़ाव अभी भी बना हुआ है. मधुबनी के इस लाल को इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने के बाद उनका पूरा गांव गौरवान्वित महसूस कर रहा है.

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मिथिला के लाल का कमाल, डॉ. आशीष झा पर जो बाइडेन ने जताया भरोसा; दी अहम जिम्मेदारी

डॉ. आशीष झा स्वास्थ्य की गुणवत्ता में सुधार के लिए स्टेटिकल डेटा पर रिसर्च करने वाले एक ब्लॉग के भी प्रमुख हैं. देश-विदेश की तमाम प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में उनके दो सौ से अधिक आर्टिकल छप चुके हैं. साथ ही रिसर्च और प्रैक्टिस के लिए डॉ आशीष झा को कई अवॉर्ड भी मिल चुके हैं. बता दें कि अपनी रिसर्च और प्रैक्टिस को लेकर आशीष झा मीडिया में भी काफी चर्चित हैं. मार्च 2020 से मई 2021 के बीच केबल और नेटवर्क न्यूज (सीएनएन) पर करीब 60 हजार बार डॉ आशीष झा को मेंशन किया गया था.

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हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. आशीष कुमार झा को मिली नई पहचान और उपलब्धि से मधुबनी जिले के उनके गांव पुरसोलिया के लोग काफी खुश और उत्साहित हैं

दरअसल मार्च 2020 के दौरान डॉ. आशीष झा ने कोविड-19 महामारी के प्रभावों को कम करने के लिए अमेरिका में दो सप्ताह के नेशनल क्वारंटीन का आह्वान किया था. उन्होंने तर्क दिया था कि पहले से ही वायरस से संक्रमित लोगों में लक्षण दिखाई देने में दो हफ्ते तक का समय लगता है. उन्होंने कहा था कि दो सप्ताह के नेशनल क्वारंटीन से सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर ढंग से यह आकलन करने में मदद मिलेगी कि यह बीमारी कितनी गंभीर है.

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