पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन के नजदीक बनने वाला मेट्रो स्टेशन डबल लेयर का होगा। अंडर ग्राउंड इंटरचेंज स्टेशन होने के चलते यहां पर भूमि से आठ मीटर की गहराई पर दो प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। इसके निचले भाग से कॉरिडोर वन यानि बेली रोड, दानापुर और खेमनीचक जाने के लिए ट्रेनें मिलेंगी। वहीं, ऊपरी तरफ से कॉरिडोर दो यानि अशोक राजपथ और राजेंद्र नगर-कंकड़बाग के रास्ते पाटलिपुत्र बस टर्मिनल जाने के लिए ट्रेनें मिलेंगी।
पटना मेट्रो की निर्माण कर रही एजेंसी दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों की मानें तो पटना मेट्रो स्टेशन पर पैसेंजर के एंट्री और एग्जिट को लेकर चार-चार गेट बनेंगे। इसके साथ ही चार एस्केलेटर और चार लिफ्ट की सुविधा होगी। पटना जंक्शन के समीप स्टेशन का निर्माण किया जाएगा, जिससे रेल पैसेंजर के लिए अंतर्राज्यीय यात्रा सुलभ हो जाएगी।
अधिकारियों के अनुसार पटना स्टेशन के अंदर इंट्री और एग्जिट को लेकर बनने वाले गेट बुद्धा स्मृति के भीतर बनेंगे। इसके साथ ही वाटर टैंक, डीजी रूम, ड्रेनेज कैनाल, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए एनेक्सी भवन का निर्माण पार्क के अंदर ही होगा। प्रवेश और निकास टनल में वेंटिलेशन हेतु वेंट शेफ्ट भी यहीं बनेंगे।
पटना स्टेशन निर्माण के लिए फिलहाल सबवे टनल का काम शुरू हो गया है। प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन के नजदीक महावीर मंदिर और न्यू मार्केट सहित बड़ी संख्या में खुदरा और थोक दुकानें हैं। ऐसे में व्यापक पैमाने पर निर्माण शुरू करने से पूर्व जंक्शन के नजदीक ट्रैफिक और दुकान सहित अन्य संसाधनों का डायवर्जन काफी बड़ी चुनौती होगी। इसके अलावे बुद्धा स्मृति पार्क के सुंदरता को बरकरार रखने के लिए मेट्रो अधिकारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ेगी।
बता दें कि 2013 के एक सर्वे के मुताबिक, पटना जंक्शन से रोजाना 1 लाख 30 हजार लोग सफर करते हैं। ऐसे में पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे कि ऑटो, रिक्शा और बसों से सफर करने वाले लोगों के लिए मेट्रो स्टेशन से कनेक्टिविटी सुलभ हो जाएगी। अधिकारियों की मानें तो इस तरह से पटना मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा कि इसके आसपास के क्षेत्रों में यातायात की भीड़ कम हो सकें।
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