झारखंड में राजद के सम्मेलन में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि झारखंड में भाजपा दोबारा सत्ता में नहीं आएगी। झारखंड में भाजपा असल मुद्दों के बजाय धर्म की राजनीति कर रही है। यहां विधानसभा सत्र में सरकार के कामकाज पर बात हो सकती थी, लेकिन भाजपा के लोग हनुमान चालीसा के लिए कमरा मांग रहे थे। अब भाजपा वालों के यहां जाकर देखना चाहिए कि वह हनुमान चालीसा पढ़ते हैं या नहीं। तेजस्वी ने कहा कि झारखंड में हेमंत सोरेन के साथ मिलकर महागठबंधन के जरिए भाजपा को रोका गया था, इसी तरह बंगाल में राजद ने ममता दीदी का साथ दिया।
महंगाई पहले डायन थी, अब महबूबा है
भाजपा के अच्छे दिन के नारे पर भी तेजस्वी ने हल्ला बोला। कहा-भाजपा वाले बताएं किसके अच्छे दिन आए। एयरपोर्ट से लेकर एलआईसी तक बेचा जा रहा है। बेरोजगारी बढ़ गई है। महंगाई को लेकर भाजपा वाले पहले कहते थे कि महंगाई डायन है, लेकिन बाद में महंगाई महबूबा हो गई। तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद को लोग एम और वाई समीकरण का पार्टी बोलते हैं, लेकिन राजद ए से जेड तक के लोगों की पार्टी है।
झारखंड में राजद ने सभी 81 विधानसभा सीटों पर बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। वहीं समान विचारधारा वाली सहयोगी पार्टियों को साथ लेकर चलने की बात भी कही है। रविवार को पार्टी के सम्मेलन में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद को जमीनी स्तर पर मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीते दिन पार्टी के झारखंड यूनिट के साथ बैठक हुई थी, बैठक में तय हुआ था कि बिहार की तर्ज पर ही झारखंड में भी ध्यान दिया जाएगा।
तेजस्वी ने कहा कि झारखंड उनके लिए अलग प्रदेश नहीं है, पुराना घर है। यहां आना-जाना लगा रहता है। जबतक पुराना बिहार यानी बिहार, झारखंड और ओडिशा विकसित नहीं होंगे, तब तक देश का विकास नहीं होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में पार्टी को मजबूत करने का मतलब यह नहीं है कि समान विचारधारा वाली पार्टियां आपस में टकराएंगी। यहां मुकाबला झामुमो से नहीं है। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष ताकतें यानी कांग्रेस व झामुमो राज्य में मजबूत होगी तो राजद को भी बल मिलेगा, राजद मजबूत होगा तो कांग्रेस व झामुमो भी मजबूत होंगे।
गणेश नहीं जनता की परिक्रमा करें
तेजस्वी यादव ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए वे हर माह दो दिन झारखंड में विधानसभावार दौरा करेंगे। कार्यकर्ताओं से मिलेंगे, बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन को मजबूत बनाएंगे। पुराने लोगों को भी संगठन से जोड़ने की कोशिश होगी। उन्होंने कहा कि वे पार्टी में गणेश परिक्रमा करने वालों से नहीं बल्कि जनता की परिक्रमा करने वालों से खुश हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि झारखंड में पार्टी संगठन के कामकाज की भी माहवार समीक्षा होगी। काम करने वालों को पार्टी आगे बढ़ाएगी। शॉर्टकट वाले जो सोचते हैं, उन्हें पद मिलेगा तो ऐसा नहीं होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि पहले राजद झारखंड में सरकार बनाने-गिराने की भूमिका में होती थी। नेता-कार्यकर्ता साथ मिलकर गांव-गांव संदेश लेकर जाएंगे तो खोया रुतबा मिलेगा।
केंद्र कर रहा सौतेला व्यवहार
तेजस्वी यादव ने कहा कि झारखंड के साथ केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार करती है। बिहार में जब राजद की सरकार थी, तब भी केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार करती थी। झारखंड में वैसा ही सौतेला व्यवहार केंद्र सरकार कर रही है। केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद किसान तबाह हैं, भाजपा के लोग हीरो-हीरोइन से मिलते हैं, लेकिन किसानों से नहीं। महंगाई के कारण जनता परेशान है।
संयुक्त बिहार में लालू-राबड़ी ने संवारा अब फिर रुका विकास
झारखंड प्रभारी व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि संयुक्त बिहार में लालू प्रसाद व राबड़ी देवी ने बतौर मुख्यमंत्री झारखंड को संवारा था, लेकिन फिर यहां विकास नहीं हो पाया। राज्य में सिदो-कान्हू विवि, विनोवा भावे विवि खोला गया था। बाद में राज्य बंटा, लेकिन दिलों का बंटवारा नहीं हुआ था। यादव ने कहा कि भाजपा नफरत फैलाने वाली पार्टी है, उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह ने कहा कि साल 1995 में झारखंड के क्षेत्र में 15-16 विधायक होते थे, प्रदेश में उसी तरीके से पार्टी को मजबूत करनी है। पार्टी को कैसे मजबूती दें, इसके लिए प्रशिक्षण शिविर चलाया जाएगा। राज्य सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि राज्य में राजद किसी से कम नहीं है। पुराने तेवर के साथ पार्टी के पुराने साथियों को जोड़ा जाएगा।
वक्ताओं ने सभी 81 सीटों पर लड़ने पर दिया जोर
तेजस्वी यादव के कार्यक्रम स्थल पर आने के पहले पूर्व मंत्री राधाकृष्ण किशोर, पूर्व सांसद घूरन राम, सुभाष यादव, सुरेश पासवान, संजय सिंह यादव, महासचिव संजय यादव ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। एक सुर में सभी नेताओं ने राज्य की सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ने का लक्ष्य रखने की बात कही। राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि राजद की पकड़ गढ़वा से पाकुड़ तक है, लेकिन सिर्फ सात सीटों पर लड़कर पार्टी को मजबूत नहीं किया जा सकता। पार्टी को सभी 81 सीटों पर लड़ना चाहिए। सुभाष यादव ने कहा कि पार्टी जातिगत जनगणना की पक्षधर है।
input – DTW 24
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