बिहार की वैशाली पुलिस ने जिले के तिसीऔता थाना क्षेत्र में हुए चर्चित बाबूलाल हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया है. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल मृतक के सगे बड़े भाई को उसके अन्य दो सहयोगी दोस्तों के साथ गिरफ्तार किया है साथ ही आरोपियों से पूछताछ के बाद हत्या में उपयोग किए गए हथियार को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. अभी इस हत्याकांड का एक अन्य आरोपी फरार बताया जा रहा है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है.
हत्या की ये घटना 6 मई की है जब स्थानीय नारी खुर्द गांव के पोखर में एक शव बरामद किया गया था. पुलिस ने शव को कई टुकड़ों में बरामद किया था जिस कारण यह हत्याकांड सुर्खियों में था. पुलिस ने जब हत्याकांड की तहकीकात शुरू की तो जो जानकारी पुलिस को मिली उसने पुलिस को भी सोचने पर मजबूर कर दिया. महुआ एसडीपीओ पूनम केसरी ने बताया कि बाबूलाल 5 मई को पंजाब से अपने घर लौटा था और 6 मई को उसके बड़े भाई मोहित पासवान अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर डाली थी.
हत्या के बाद कपड़ा हटाकर शव को कई टुकड़ों में काटकर अलग-अलग कर दिया गया था ताकि मृतक की पहचान नहीं हो सके और फिर शव को तालाब में फेंक दिया गया था. हत्याकांड के बाद जब पुलिस मृतक के घर पहुंची थी तो पुलिस ने वह कपड़ा सूखते हुए देखा था जिस पर पड़े खून के धब्बे को साफ कर सूखने के लिए फैलाया गया था. पुलिस तहकीकात के बाद हत्याकांड के शक की सूई बड़े भाई मोहित पर गई जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और उससे कड़ाई से पूछताछ की.
पुलिसिया पूछताछ के बाद हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई. आरोपी ने स्वीकारोक्ति बयान ने पुलिस को बताया था कि जमीनी विवाद में उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर भाई की हत्या की थी. हत्या में लगभग 500 बकरों की बलि देने वाले हथियार का प्रयोग किया गया था जिसे हत्या के बाद आरोपी ने घर में ही छिपा दिया था. बाद में पुलिस ने हथियार को उसकी निशानदेही पर बरामद किया. आरोपी ने पुलिस को बताया कि भाई के साथ उसका जमीनी विवाद था जिसके कारण उसे अपने भाई की हत्या की.
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