पश्चिमी सिंहभूम जिले के मनोहरपुर थाना क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बचमगुटु के प्रधान शिक्षक रमेश चंद्र महतो को जूते-चप्पलों की माला पहनाकर ग्रामीणों ने पूरे गांव में घुमाया।आरोप है कि, प्रधान शिक्षक स्कूल की ही एक पारा शिक्षिका की नियुक्ति को अवैध बताकर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। और साथ ही शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करने की धमकी भी देते थे।
प्रताड़ित पारा शिक्षिका ने बताया कि प्रधान शिक्षक रमेश चन्द्र महतो उनकी नियुक्ति पर सवाल खड़ा करते हैं और धमकी देते हैं। जबकि शिक्षिका की नियुक्ति बतौर पारा शिक्षक के पद पर 2003 में हुई थी। 2005 में रमेश चंद्र महतो का पदस्थापन उत्क्रमित मध्य विद्यालय में हुआ था। जब वे 2020 में विद्यालय के प्रधान शिक्षक बने उसके बाद से ही वह शिक्षिका को तरह-तरह से प्रताड़ित करते रहते हैं। इसको लेकर कई बार कहासुनी भी हुई। प्रधान शिक्षक शिक्षिका का नियुक्ति प्रमाण पत्र भी अपने पास ही रखे हुए हैं। पारा शिक्षिका से प्रधान शिक्षक ने 50 हजार रुपये की मांग भी की थी, और उसे शारीरिक प्रताड़ना की धमकी देते थे। शिक्षिका के द्वारा विरोध करने पर मंगलवार को हाथापाई भी हुई थी।
उत्क्रमित मध्य विद्यालय बच्चोमगुटु के अध्यक्ष सुरेश चंद्र दास ने बताया कि प्रभारी प्राचार्य रमेश चंद्र महतो अक्सर स्कूल में लड़कियों को लेकर देर रात आते थे। पूछताछ करने पर वे रिश्तेदार होने की बात कहा करते थे। ऑब्जेक्शन करने पर स्कूल के काम का हवाला दिया करते थे। ऐसा कई बार हो चुका है।
प्रधान शिक्षक रमेश चंद्र महतो ने बताया कि जो आरोप उनके ऊपर लगे हैं वह गलत है। शिक्षिका का अप्वॉइंटमेंट प्राइमरी स्कूल में हुआ था, और प्राइमरी वाला पेमेंट की शिक्षिका को मिलता था। शिक्षिका डीपीई पास की है। टेट पास की है। वेतन बीए ट्रेंड का मिल रहा था। शिक्षिका पर विभागीय कार्रवाई हुई है। इस कारण नाराजगी है। और उन पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है।
input – daily bihar
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