रोजगारी, अपराध, महंगाई एवं अशिक्षा के मुद्दों पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद के मंगलवार को निकाले गए बिहार विधानसभा मार्च के दौरान राजधानी पटना में जमकर उपद्रव हुआ। कोरोना संक्रमण को देखते हुए पटना जिला प्रशासन की ओर से अनुरोध किया गया था कि राजद विधानसभा मार्च और विधानसभा के घेराव का इरादा छोड़कर गर्दनीबाग में धरना दे। इसके बावजूद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अपील पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। पुलिस ने उन्हें रोका तो पटना का डाकबंगला चौराहा रणक्षेत्र बन गया। वहां पुलिस ने पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इससे बात नहीं बनी तो लाठियां भी भांजीं। खास बात यह है कि राजद कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडे की लाठियों से पुलिस वालों की पिटाई की। उपद्रव के दौरान मीडिया कर्मियों को भी चोटें आईं।
बवाल थमने के बाद पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव भी अपने कई विधायकों के साथ विधानसभा मार्च में शामिल होने गांधी मैदान के पास जेपी गोलंबर पहुंचे थे। हालांकि, डाकबंगला चौराहे पर हो रहे बवाल के दौरान दोनों नेता वहां नहीं पहुंच सके थे। दोनों नेता जेपी गोलंबर से आगे बढ़ते हुए जब डाकबंगला चौराहा तक पहुंचे तो वहां दो राउंड पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प के बाद मामला कुछ हद तक शांत हो गया था। दोनों नेताओं ने डाकबंगला चौराहा पहुंचने के बाद स्थिति नियंत्रित करने की कोशिश की।
तेजस्वी और तेज प्रताप को हिरासत में लेने के बाद थमा मामला
बवाल थमने के बाद पटना पुलिस के अधिकारियों ने तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव से आंदोलन खत्म करने की अपील की। इसके बाद दोनों नेता पुलिस की बस में जाकर सवार हो गए। राजद कार्यकर्ता अपने नेता को पुलिस के साथ नहीं जाने देने पर अड़ गए और बस को घेरकर खड़े हो गए। दोनों नेताओं के समझाने पर कार्यकर्ता शांत हुए और पुलिस उन्हें लेकर गांधी मैदान की ओर रवाना हो गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जरूरी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दोनों नेताओं को छोड़ दिया जाएगा।
हेलमेट पहनकर नजर आए तेज प्रताप यादव
तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव इस मार्च में शामिल होने के लिए एक पिकअप वैन पर सवार होकर आए थे। दोनों नेता जेपी गोलंबर से इसी वाहन पर डाकबंगला चौराहे के लिए रवाना हुए। पूरे रास्ते दोनों नेता वाहन पर सवार होकर ही कार्यकर्ताओं को संबोधित करते रहे। डाकबंगला चौराहे पर जब इनकी गाड़ी पहुंची तो तेज प्रताप यादव हेलमेट लगाए नजर आए, हालांकि बाद में उन्होंने अपना हेलमेट उतार दिया। वे अपने हाथा में पिता लालू प्रसाद यादव की तस्वीर लिये हुए थे।
जेपी गाेलंबर पर बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ गए कार्यकर्ता
प्रशासन ने राजद कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए जेपी गोलंबर पर ही बैरिकेडिंग कर दी थी। हालांकि, वहां बैरिकेडिंग को तोड़कर आंदोलनकारी आगे बढ़ गए। जब तेजस्वी और तेज प्रताप मौके पर नहीं पहुंचे थे। इसके बाद प्रशासन ने डाकबंगला चौराहे पर इन्हें रोकने की पूरी व्यवस्था कर ली। प्रशासन ने पहले ही तय कर लिया था कि यहां से आंदोलनकारियों को किसी हालत में आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। यहां समझाने पर जब राजद कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल शुरू किया।
रोड़ेबाजी शुरू हुई तो पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज
डाकबंगला चौराहे पर स्थिति काे नियंत्रित करने के दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने रोड़ेबाजी शुरू की तो पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने भी अपने पार्टी के झंडे में लगाकर लाए गए डंडों से पुलिस वालों को पीटा। इस सारे घटनाक्रम के दौरान तेजस्वी और तेज प्रताप जेपी गोलंबर तक तो आ गए थे, लेकिन डाकबंगला चौराहे पर नहीं पहुंच पाए थे। इस दौरान हुई झड़प में राजद कार्यकर्ताओं के साथ ही पुलिस वाले और मीडिया कर्मी भी चोटिल हो गए। बवाल के दौरान कई वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई है। हंगामे के दौरान फ्रेजर रोड और डाकबंगला चौराहे की सभी दुकानें बंद हो गई थीं।
राजद नेता ने लगाया बाहरी लोगों पर रोड़ेबाजी का आरोप
राजद नेताओं ने कहा कि आंदोलन को भटकाने के लिए बाहरी लोगों ने रोड़ेबाजी की। यह रोड़ेबाजी फ्रेजर रोड में एक निजी परिसर से की गई। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज का बहाना मिला। राजद नेताओं ने कहा कि पुलिस ने उनके कार्यकर्ताओं को बुरी तरह पीटा है।
Input: JNN
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