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BRABU: आज से 24 तक विवि व कॉलेज कर्मचारी रहेंगे सामूहिक अवकाश पर, बाधित रहेंगे विश्वविद्यालय के ये काम

BRABU यूनिवर्सिटी व कॉलेज कर्मियों की लंबित प्रोन्नति सहित अन्य मांगों को लेकर गुरुवार से तीन दिनों तक फिर कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे.इससे यूनिवर्सिटी से लेकर कॉलेजों तक में प्रशासनिक कार्य व पठन-पाठन ठप हो सकता है. सबसे ज्यादा असर स्नातक में चल रहे छात्र-छात्राओं के नामांकन व पार्ट-वन परीक्षा 2022 का भरे जा रहे परीक्षा फॉर्म पर पड़ेगा. सामूहिक अवकाश पर जाने से पूर्व बुधवार को यूनिवर्सिटी सहित कई कॉलेजों में प्रदर्शन किया गया. यूनिवर्सिटी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राम कुमार व सचिव गौरव के अलावा विवि एवं महाविद्यालय कर्मचारी संघ के प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष इंद्र कुमार दास व मंत्री राजीव रंजन ने अलग-अलग पत्र जारी कर इसका ऐलान किया है.

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फोर्थ से थर्ड ग्रेड में प्रोन्नति का है मुख्य मुद्दा

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नेताओं का कहना है कि कर्मियों की मांग को लगातार वादा करके यूनिवर्सिटी प्रशासन भूल जा रहा है. फोर्थ ग्रेड से थर्ड ग्रेड में कर्मियाें को प्रोन्नति का मुख्य मुद्दा है, जिसे यूनिवर्सिटी इग्नोर कर रहा है. इधर, तीन दिनों यानी 24 सितंबर तक सामूहिक अवकाश पर जाने के ऐलान के बाद शाम में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ आरके ठाकुर ने प्रोन्नति कमेटी की मीटिंग की तिथि तय करते हुए नोटिफिकेशन कर दिया है. 27 सितंबर को सेक्शन ऑफिसर से सहायक रजिस्ट्रार व सहायक से सीधे सेक्शन ऑफिसर, प्रधान सहायक व अकाउंटेंट के लिए प्रमोशन कमेटी की मीटिंग होगी. वहीं, 29 व 30 सितंबर को यूडीसी से सहायक व स्टोर कीपर एवं 13 अक्टूबर को एलडीसी से यूडीसी में पदोन्नति कमेटी की मीटिंग होगी.

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परीक्षा फॉर्म भरने से लेकर नामांकन तक रहेगा बाधित

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विश्वविद्यालय के साथ कॉलेजों में तीन दिनों तक होने वाली हड़ताल का असर प्रशासनिक के साथ शैक्षणिक कार्यों पर भी पड़ेगा. अभी सभी कॉलेजों में इंटरमीडिएट परीक्षा का फॉर्म भरने के साथ स्नातक पार्ट-वन का परीक्षा फॉर्म भरने व नामांकन का काम चल रहा है. इसके अलावा स्नातक की सेंटअप परीक्षा भी चल रही है. ऐसे में अचानक ये सभी कार्य ठप पड़ जायेंगे. हालांकि, शहर के कई कॉलेज वैकल्पिक व्यवस्था के जरिये परीक्षा फॉर्म भरने सहित परीक्षा आयोजित करने की कोशिश में लगा है. लेकिन, सामूहिक अवकाश पर रहकर विरोध-प्रदर्शन करने वाले कर्मचारी भी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. इसका कारण उनके साथ बार-बार वादाखिलाफी होना है.

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