मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा का परिणाम मंगलवार की देर शाम जारी कर दिया गया। इसे विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। बुधवार सुबह 10:30 बजे के बाद से विद्यार्थी अपने रोल नंबर के हिसाब से इसे वेबसाइट से देख सकते हैं। जानकारी के अनुसार पार्ट टू की थ्योरी पेपर की परीक्षा जनवरी और प्रायोगिक परीक्षा मार्च में शुरू हुई थी।
परीक्षा नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार ने बताया कि फरवरी महीने में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा के कारण प्रायोगिक परीक्षा नहीं हो सकी। 13 से 20 मार्च तक कॉलेजों में प्रायोगिक परीक्षा आयोजित की गई। इसके बाद मंगलवार यानी 13 अप्रैल तक कॉलेजों की ओर से प्रायोगिक परीक्षा का अंक उपलब्ध कराया जाता रहा। करीब 2.50 फीसद परिणाम पेंङ्क्षडग रहा है। यह गलत डाटा डालने और सही जानकारी नहीं देने के साथ ही परीक्षा से अनुपस्थित होने के कारण है।
बताया कि इस परीक्षा में कुल 65 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें से 56 हजार नियमित और शेष बैकलॉग के थे। जिन छात्रों का परिणाम पेंङ्क्षडग है वे अपने कॉलेज में आवेदन दें। कॉलेज आवेदन को विवि में जमा कराएंगे इसके बाद उनका परिणाम सुधार दिया जाएगा। कहा कि किसी भी हाल में विवि में परिणाम सुधार के लिए आवेदन नहीं लिया जाएगा।
बिना सूचना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे शिक्षक और कर्मचारी
मुजफ्फरपुर :कॉलेजों और इससे जुड़े कार्यालयों में शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं है, लेकिन शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी बिना सूचना दिए मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। जरूरत पडऩे पर उन्हें बुलाया जा सकेगा।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देख सरकार की ओर से जारी निर्देश के आलोक में बीआरए बिहार विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से मंगलवार को सभी पीजी विभागों और कॉलेजों को यह पत्र जारी किया है। प्राचार्यों को निर्देश दिया गया है कि छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन पढ़ाई संचालित कराने की व्यवस्था करें। फिलहाल यह निर्देश 18 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा।
Input: JNN
Comment here