बजट में 50 करोड़ की राशि बिहटा-औरंगाबाद नई रेल लाइन के लिए मंजूर हो गई है। 15 वर्षों से निर्माण की योजना फाइलों में दबी थी। पिछले साल ही सर्वे का काम पूर्ण हुआ था। दो फेज में बिहटा से औरंगाबाद रेल लाइन निर्माण कार्य पूरा करने की योजना है। पहले फेज में बिहटा से पालीगंज तथा दूसरे फेज में पालीगंज से औरंगाबाद के बीच निर्माण कराया जाएगा।
बता दें कि 6600 करोड़ की राशि पूर्व मध्य रेल को इस बजट में मिली है। साल 2009 से 2014 तक बिहार को रेल बजट में एवरेज 1132 करोड़ रुपए मिलते थे। इस बार के बजट में 484 प्रतिशत अधिक बजट की व्यवस्था हुई है। पिछले बार के बजट में बिहटा से औरंगाबाद रेल लाइन के लिए 25 करोड़ की राशि मंजूर हुई थी। इसके बाद सर्वे का काम पूरा हो गया था।
भूमि अधिग्रहण के साथ ही अब लाइन का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। बिहटा से औरंगाबाद के बीच 119 किलोमीटर लाइन निर्माण की योजना है। बिहटा और पालीगंज के बीच सात और पालीगंज से औरंगाबाद के बीच 11 स्टेशन बनाए जाने की उम्मीद है। इसको लेकर सर्वे का काम अभी चल रहा है।
इस बार रामपुर डुमरा-टाल-राजेंद्र पुल रेल खंड निर्माण परियोजना में तीव्रता आएगी। मोकामा में राजेंद्र पुल के सामने निर्माण हो रहे रेल पुल के लिए इसका उपयोग किया जाएगा। साल 2024 तक पुल निर्माण करने का लक्ष्य रखा गया है। बता दें कि बजट में 57 नई रेल लाइन-आमान परिवर्तन-दोहरी करण की परियोजनाएं शामिल हैं। इसके लिए बजट में 73 हजार 137 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर बन रहे 52 सौ 67 किलोमीटर लंबी रेल लाइन-आमान परिवर्तन-दोहरी करण की परियोजनाओं को पूर्ण करने के लिए पर्याप्त राशि की व्यवस्था की गई है।
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