देश में बेरोजगारी की स्थिति गंभीर बनी हुई है अनेक पढ़े लिखे नौजवान रोजगार की तलाश में हैं तो अनेक अपनी नौकरियां गंवा रहे हैं ऐसे में यदि कोई रोजगार देने वाला यह शर्त लगा दे कि जिसने कोरोना काल के वर्ष २०२१में परीक्षा पास की है तो उसे योग्य नहीं माना जाएगा तो यह बेहद शर्मनाक और गंभीर मामला है ।
एचडीएफसी बैंक ने तीन अगस्त को नौकरियों के लिए दिए गए विज्ञापन में आवश्यक योग्यता ग्रेजुएट मांगी है लेकिन स्पष्ट किया कि जिन्होंने २०२१ में ग्रेजुएशन किया है उसे मान्य नहीं किया जाएगा।
मतलब इस वर्ष जिन्हें डिग्री मिली है वह रोजगार के लिए मान्य नहीं है। देश के लगभग सभी विश्वविद्यालयों ने इस वर्ष आनलाइन परीक्षा आयोजित की थी और यह निर्णय सरकार के निर्देशानुसार लिया गया था अब प्राइवेट सेक्टर ऐसी परीक्षा में पास हुए लोगों को अयोग्य माना रहा है तो इस मामले में सरकार को तत्काल दखल देना चाहिए अन्यथा यह देश की युवा पीढ़ी के साथ अन्याय होगा।
Input: Daily Bihar
Comment here