सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) के 10वीं के रिजल्ट के बाद बिहार में बवाल मचा है। स्कूलों में तोड़फोड़ के साथ टीचरों की पिटाई हो रही है। इसे देखते हुए बोर्ड ने संज्ञान लिया है और शिकायतों के समाधान के लिए पोर्टल लाने की बात कही है। शुक्रवार को जारी सर्कुलर में बोर्ड ने कहा है, ‘सभी स्कूलों की मदद से 10 वीं और 12वीं क्लास का रिजल्ट सफलतापूर्वक घोषित कर दिया गया है। इसका सारा श्रेय उन शिक्षकों को जाता है, जो परिणामों की तैयारी में शामिल रहे हैं’।
CBSE का कहना है कि परिणामों की गणना के संबंध में विवादों को लेकर एक समिति बनाई गई है। समिति के पास ही रिजल्ट से संबंधित विवाद को भेजा जाएगा। एक नीति भी तैयार की जा रही है।
हालांकि, CBSE ने अभी यह तय नहीं किया है कि शिकायत कौन कर सकेगा, स्टूडेंट्स या स्कूल?
नीति के अनुसार ही आवेदन लिए जाएंगे
CBSE का कहना है कि जो नीति तैयार की जा रही है वह शुक्रवार (6 अगस्त) शाम बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। इसके बाद ही पोर्टल पर शिकायतें सुनी जाएंगी। जो नीति तैयार की जाएगी उसी आधार पर ही आवेदन लिए जाएंगे। क्लास 10 th और 12 वीं के स्टूडेंट CBSE द्वारा तय की गई गाइडलाइन के आधार पर किया जाएगा।
बोर्ड का कहना है कि स्कूल वेबसाइट पर एक बार नीति अपलोड होने के बाद, उसमें दिए गए निर्देशों का पालन करके आवेदन करें। इस अधिसूचना से पहले भेजे गए किसी भी आवेदन पर सुनवाई नहीं होगी। दी गई समय सीमा के हिसाब से स्कूल को संपर्क करना होगा और अपनी बात रखनी होगी।
एसोसिएशन ने चेताया- CBSE की मनमानी से होगा बड़ा बवाल
प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद का कहना है, ‘बोर्ड की मनमानी से बिहार के स्टूडेंट्स सड़क पर उतरे हैं। स्कूलों में हंगामा हो रहा है। डीएम ऑफिस घेरा जा रहा है। इस कारण से पूरे प्रदेश में समस्या हो रही है। एसोसिएशन का कहना है कि मनमानी अब नहीं चल पाएगी। एसोसिएशन बार-बार मांग कर रहा था, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। अगर सभी छात्रों को एक समान नंबर देने की व्यवस्था नहीं की गई और रिजल्ट में सुधार नहीं किया गया तो हंगामा और बढ़ेगा’।
Input: Bhaskar
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