चक्रवाती तूफान गुलाब रविवार की रात ओडिशा के समुद्री तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ चुका है लेकिन मौसम विभाग द्वारा अभी भी सतर्क किया जा रहा है. तूफान का असर बिहार के मौसम पर भी पड़ा है. तेज हवा के साथ बारिश को लेकर कई जिलों में अलर्ट जारी है.
आईएमडी की मानें तो मानसून बिहार से विदा होने के कगार पर है. 6 अक्टूबर तक सूबे से इसके विदा होने की संभावना जताई गई है. इस बार बिहार में अच्छी बारिश हुई है. पूरे राज्य में सामान्य से तीन फीसदी अधिक बारिश अबतक हुई है.लेकिन 22 जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई. मानसून कमजोर होने के कारण ही पूरे राज्य में पिछले 48 घंटे में एक मिलीमीटर से भी कम बारिश हुई।
मौसम विभाग ने तेज हवा और मेघ गर्जन के साथ बारिश बिहार के कुछ जिलों में बारिश की आशंका जताई है और अलर्ट जारी किया है. जिन जिलों को अलर्ट पर रखा गया है उनमें गोपालगंज, सारण, वैशाली, नालन्दा, समस्तीपुर, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, मधेपुरा, बक्सर, भागलपुर, खगड़िया, सहरसा और सुपौल शामिल हैं. मौसम विभाग के अनुसार, इन जिलों के कुछ भागों में अगले कुछ घंटों के अंदर मेघ गर्जन के साथ मध्यम दर्जे तक की बारिश के आसार जताए गये हैं. लोगों को खूले में ना रहने की व पक्के मकान के अंदर आ जाने की नसीहत दी गई है.
वज्रपात को लेकर आपदा विभाग अलर्ट मोड पर है. बता दें कि ओड़िशाके तकटवर्ती इलाके में सक्रिय ‘गुलाब तूफान’ ने बिहार को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं किया है. इस साइक्लोन के प्रभाव से नमी की आपूर्ति अधिक होगी. जिसके कारण ऊमस का प्रकोप रहेगा और गर्मी अधिक रहने की उम्मीद है. दिन के तापमान में इजाफा होने से लोगों को अधिक तकलिफों का सामना करना पड़ सकता है.
गौरलतब है कि चक्रवाती तूफान गुलाब ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश के समुद्री तटों से टकराया और कमजोर पड़ा. चक्रवात के कारण सभी लोगों को सतर्क कर दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को फोन करके यह भरोसा दिया कि उन्हें चक्रवात से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए केंद्र सभी प्रकार की मदद करेगी. आइएमडी पटना के क्षेत्रीय प्रभारी विवेक सिन्हा ने बताया कि गुलाब साइक्लोन का बिहार पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. बता दें कि इस तूफान का आंशिक प्रभाव सूबे के मौसम पर जरुर पड़ा है.
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