आज राजद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए लालू यादव ने एक बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि विपक्षी ताकतों से पार्टी मजबूती से लड़ रही है. तेजस्वी ने सबको एक करने का काम किया है. एकता को बरकरार रखना है. बेफिजूल का कुछ भी नहीं बोलना है. पार्टी स्तर पर जो भी बोलना होगा वह तेजस्वी बोलेंगे. नीतिगत फैसला भी तेजस्वी ही करेंगे. लालू प्रसाद के इस बयान के बाद बिहार कि राजनीति में एक बार फिर चर्चा का बाजार गर्म हो गया है. लोगों का मानना है कि लालू यादव ने नाम लिए बिना जगदानंद सिंह उर्फ जगदा बाबू को अपना दो टूक जवाब दे दिया है.
जगदानंद सिंह और उनके पुत्र सुधाकर सिंह समय-समय पर महा गठबंधन सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं. संभवत यही कारण है कि जगदानंद सिंह आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दिल्ली नहीं पहुंचे. कहा जा रहा है कि लालू ने उनको एक बार कहा फिर मनाने से इंकार कर दिया.
आज हुई इस बैठक में लालू के इस बयान से साफ हो गया है कि वह किसी भी वजह से सरकार को खतरे में नहीं डालना चाहते हैं. चाहे वह उनका खासम खास जगदा बाबू ही क्यों न हो.
लालू ने बताया कि एक बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया गंभीर मामले पर सिर्फ और सिर्फ तेजस्वी यादव को बोलने का अधिकार होगा.
जगदानंद सिंह की गैर हाजिरी पर मनोज झा का बयान ।किसी कारण से भले ही वो फिजिकल रूप से नही आए लेकिन वो हमारे साथ।
संजय यादव के मामले पर मनोज झा का बयान ।सीबीआई का चार्जशीट बीजेपी की चार्जशीट।
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