बिहार में लगभग 2860 करोड़ रुपए खर्च कर 275 किलोमीटर लंबाई में 7 स्टेट हाईवे का निर्माण साल 2024 तक होगा। इसके लिए प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। इन सड़कों के निर्माण हेतु एशियन डेवलपमेंट बैंक से कर्ज की परमिशन मिल चुकी है। कुछ स्टेट हाईवे के निर्माण हेतु निविदा के जरिए ठेका एजेंसी का चयन भी किया जा रहा है। कुछ के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जा रही है और तीन स्टेट हाईवे का निर्माण प्रारंभ हो गया है।
बिहार में इन तमाम सात स्टेट हाईवे बनने से 9 जिलों में लोगों को आवाजाही की सुविधा का डायरेक्ट लाभ होगा। इनमें किशनगंज, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, बांका, कटिहार, सहरसा, पूर्णिया, नवादा और औरंगाबाद जिले शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक स्टेट हाईवे 105 का निर्माण पश्चिमी चंपारण डिस्टिक में बेतिया से नरकटियागंज के बीच 317.25 करोड़ रुपए खर्च कर लगभग 35 किलोमीटर लंबाई में होगा। इसके लिए ठेका एजेंसी की चयन प्रक्रिया अंतिम दौर में है।
वहीं, स्टेट हाईवे 98 का निर्माण कटिहार से बलरामपुर के बीच लगभग 702.59 करोड़ खर्च कर लगभग 62.88 किमी लंबाई में होना है। इसके साथ 602.24 करोड़ रुपये खर्च कर एसएच-99 बायसी-बहादुरगंज-दीघल बैंक का निर्माण लगभग 65.35 किमी लंबाई में निर्माण शुरू हो गया है। इसका सीधा लाभ किशनगंज और पूर्णिया जिले के वासियों को होगा।
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वहीं, स्टेट हाइवे-95 मानसी-सहरसा-हरदी-चौघारा रैड का निर्माण खगड़िया एवं सहरसा जिले में लगभग 670 करोड़ रुपये खर्च कर करीब 28 किलोमीटर लंबाई में शुरू हो गया है। इसके अतिरिक्त एसएच-103 मांझवे से गोविंदपुर तक निर्माण नवादा में लगभग 211.69 किमी लंबाई में तकरीबन 46 किमी की लंबाई में प्रारंभ हो गया है। जबकि एसएच-101 अंबा से मदनपुर के बीच औरंगाबाद जिले में लगभग 184.91 करोड़ खर्च कर 32.47 किमी लंबाई में करने को लेकर प्रक्रिया शुरू है। इसके साथ एसएच-85 अमरपुर बाइपास का निर्माण कार्य बांका में लगभग 4.35 किमी लंबाई में होना है।