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सबसे गंदा है बिहार का यह रेड लाइट एरिया, 500 में बिकता है जि’स्म, विदेशी लड़कियों का डिमांड ज्यादा

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खगड़ा रेड लाइट एरिया: यहां 500 रुपए में बिकता है जिस्म का नशा, विदेशी गर्ल्स की डिमांड ज्यादा – किशनगंज शहर के खगड़ा रेड लाइट एरिया वह बदनाम गली है जहां हर रोज युवती एवं महिलाओं की आबरू की बोली लगती है। वर्षों से चल रहे देह व्यापार के दलदल में कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हो चुकी है। देह व्यापार के दलदल में यहां खरीद-फरोक्त या प्रेम प्रसंग में फंसाकर लाई गई युवतियों को धकेला जाता है। ऐसे कई लोग हैं जो इस धंधा को संचालित कर मासूम लड़कियों के जिंदगी को नरक में तब्दील करने में जुटे हुए हैं। खगड़ा रेडलाइट एरिया में बंगाल, नेपाल, असम सहित बिहार, यूपी के लड़कियों को लेकर संचालकों के हाथों बेचा जाता है जिससे यहां जबरन देह व्यापार का धंधा कराया जाता है।

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शनिवार की शाम किसी अन्य जगह की लड़की को लाकर रखने की सूचना पर एसपी के निर्देश पर गठित स्पेशल टीम ने रेडलाइट एरिया में छापेमारी अभियान चलाई। छापेमारी में एक महिला समेत दो पुरुष ग्राहकों को पुलिस ने हिरासत में लिया। दोनों ग्राहक को जेल भेज दिया गया और महिला से पूछताछ के बाद उसे पुनर्वास केंद्र में रखने की प्रक्रिया की जा रही है।

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शहर के खगड़ा स्थित रेडलाइट एरिया में शाम होते ही पूरी तरह सज-धजकर तैयार हो जाता है। इस गली में आने वाले ग्राहकों को लुभाने के लिए सड़क किनारे सज धज कर नई युवतियों को खड़ा किया जाता है। जहां पांच सौ से हजार रुपये से युवतियों की आबरू की बोली लग जाती है। यहां नेपाल, भूटान से लेकर पश्चिम बंगाल और कई प्रदेशों के युवतियों लाकर धंधा कराया जाता है।

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रेडलाइट एरिया में अब तक दर्जनों बार पुलिस छापेमारी हुई है। कई बार अन्य जगह से लाकर रखी गई युवतियों को बरामद भी किया गया है और धंधा संचालकों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस कार्रवाई के बाद कुछ दिनों तक धंधा बंद हो जाता है और लड़कियों को अन्य जगह शिफ्ट करा दिया जाता है। फिर कुछ दिनों के बाद धीरे-धीरे धंधा गुलजार होने लगता है।

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रेडलाइट एरिया के चारों ओर आवासीय मोहल्ला है एवं इस एरिया के बीच से मुख्य सड़क भी गुजराती है। स्थानीय लोगों का कहना है इसी सड़क से कई आवासीय मोहल्ले के लड़कियां पढ़ाई के लिए सुबह शाम आना-जाना करती है। लेकिन पढ़ाई करने वाली लड़कियों को इन बदनाम गली के शर्मशार होना पड़ता है। कई बार स्थानीय लोग इस धंधा को बंद करने के लिए प्रशासन से गुहार भी लगा चुके हैं।

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Abhishek Anand

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