तस्वीर में जिस तीन मंजिला मकान को आप टूटते देख रहे हैं वह बिहार के एक पूर्व विधायक का है। विधायक अपने बड़े बेटे को गले लगाकर किसी तरह संभालने का प्रयास कर रहे हैं। इन सभी लोगों का घर टूट चुका है। पटना हाईकोर्ट से स्टे आर्डर आने तक राजीव नगर में सबकुछ बर्बाद हो चुका था। जिनके आशियाने टूट चुके हैं उन सभी लोगों का कहना है कि काश हमारे घर पर बुलडोजर चलने से पहले कोर्ट का आदेश आ गया होता।
1024 में से 50 एकड़ पर ही प्रशासन काबिज, घर पर बुलडोजर… सड़क पर बिलखती रहीं पूर्व विधायक व उनका परिवार
राजीव नगर की कुल 1024 एकड़ जमीन विवादित है। इसे आशियाना दीघा रोड के पूरब और पश्चिम दो भागों में बांटा गया है। पूरब की जमीन करीब 624 एकड़ और पश्चिम की करीब 400 एकड़ है। इन 400 एकड़ में से 50 एकड़ पर प्रशासन ने कब्जा जमाया है। 100 एकड़ पर कब्जे की तैयारी थी, लेकिन हाइकोर्ट ने बीच में ही रोक लगा दिया।
तीन मंजिला आशियाने पर बुलडोजर चलते देख परिवार निढाल हो गया। मां (पूर्व विधायक) छोटे बेटे को गले लगाकर संभालती रहीं। बड़ा बेटा लड़खड़ाकर सड़क पर ही बैठ गया।सीआरपीएफ अफसर रामकुमार की बेटी प्रियंका लखनऊ के डायमंड कंपनी में काम करती हैं। प्रशासन की कार्रवाई की खबर मिलते ही पटना पहुंची। मां-बेटी ने रोते-राेते घर से सारा सामान खुद ही बाहर किया।
राजीव नगर की कुल 1024 एकड़ जमीन विवादित है। इसे आशियाना दीघा रोड के पूरब और पश्चिम दो भागों में बांटा गया है। पूरब की जमीन करीब 624 एकड़ और पश्चिम की करीब 400 एकड़ है। इन 400 एकड़ में से 50 एकड़ पर प्रशासन ने कब्जा जमाया है। 100 एकड़ पर कब्जे की तैयारी थी, लेकिन हाइकोर्ट ने बीच में ही रोक लगा दिया।
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