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बिहार के राजगीर में जंगल के बीच से बनेगा 8.7 किमी लम्बा एलिवेटेड कॉरिडोर, खर्च होंगे 1300 करोड़

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191.12 हेक्टेयर में फैला राजगीर का जू सफारी अब पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो चुका है। बिहार का यह पर्यटन स्थल रोमांच से भरा होगा। इसमें लोग बंद गाड़ी में बैठकर शेर एवं बाघ को खुले में विचरण करते और दहाड़ मारते हुए देख सकेंगे। इसमें पटना चिड़ियाघर से 35 जानवरों को राजगीर जू सफारी लाया गया है। बंगाल और गुजरात से भी शेर और बाघ लाए गए हैं।

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इस जू सफारी पार्क को स्वर्णगिरी पर्वत एवं वैभव गिरी पर्वत के बीच की घाटी वाले हिस्से में विकसित किया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं इसमें 72 हेक्टेयर क्षेत्रफल का पुराना मृग विहार भी शामिल है। इसमें जानवरों के लिए घेरान वाले 5 जोन (केज) बनाए गए हैं, जिनमें बाघ, शेर, तेंदुआ, भालू, हिरण, चीता एवं सांभर, चिडियों के लिए एक पक्षीशाला या बड़ा पिंजरा तथा तितलियों का एक पार्क है। बनाया गया है।

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प्रतीकात्मक चित्र

इसी के साथ शीघ्र ही राजगीर को एक और बड़ा तोहफा मिलने वाला है। राजगीर के घने जंगलों के बीच 8.7 किमी लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण होगा। आपको बता दें कि सरकार की ओर से सितंबर 2021 में इस परियोजना को हरी झंडी मिल गई थी। केंद्र सरकार के परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसे स्वीकृति दी थी। इस कोरिडोर के निर्माण में 1300 करोड़ रुपए खर्च होगी।

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एलिवेटेड कॉरिडोर रोड पर रोप-वे के पास चढ़ने और उतरने के लिए रैंप का भी बनाया जाएगा। वनक्षेत्र से होकर गुजरने वाले सैलानी एलिवेटेड रोड से हरे-भरे जंगलों का नजारा देख सकेंगे। आपको बता दें कि सीएम नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी परियोजनाओं में राजगीर को जगह मिली थी जिसे अब फोर लेन एलिवेटेड कॉरिडोर रोड को भारत सरकार ने हरी झंडी दे दी थी।

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बता दें कि नीतीश कुमार ने राजगीर के दक्षिणी में नवादा तथा नालंदा जिले की सीमा से सटे बाणगंगा पुल तथा उत्तर में राजगीर-बिहार शरीफ मार्ग के पास अनुमंडल मुख्यालय के बीच फोर लेन एलिवेटेड कॉरिडोर रोड निर्माण का निर्देश दिया था। दो बार स्थल निरीक्षण करने के बाद सीएम के निर्देश के बाद पथ निर्माण विभाग ने भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसे मंजूरी मिलने के बाद निर्माण करने की तैयारी हो रही है।

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आपको बता दें कि वन क्षेत्र में वाइल्ड लाइफ जू सफारी भी है तथा पुरातत्व विभाग के अनेकों पर्यटन स्थल भी हैं। मिले सूत्रों के अनुसार राजगीर के एलिवेटेड रोड कॉरिडोर रोड के नीचे से अंडरपास फोर लेन वाली हाईवे का भी निर्माण होगा। 8.7 किमी लंबे कोरिडोर में 7.40 किमी का हिस्सा एलिवेटेड होगा। इसके लिए 18 एकड़ भूमि अधिग्रहण की तैयारी है। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि 30 महीने के अंदर इसे पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

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Abhishek Anand

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Abhishek Anand
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