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बक्सर के चौसा पावर प्लांट को 8500 करोड़ का लोन मिलने का रास्ता साफ, प्रदेश की होगी आर्थिक व सामाजिक प्रगति

बिहार के बक्सर जिले के चौसा में 1320 मेगावाट कैपिसिटी के निर्माणाधीन पावर प्लांट हेतु 8520.92 करोड़ रुपये का लोन उपलब्ध कराने का रास्ता क्लियर हो गया है। इस संदर्भ में सोमवार को ऊर्जा मंत्रालय के अधीन आने वाली आरइसी लिमिटेड एवं पावर फाइनांस कॉरपोरेशन लिमिटेड ने एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड को एक कर्ज उपलब्ध कराने के लिए एग्रीमेंट किया है। इससे पूर्व 26 नवंबर, 2020 को कर्ज उपलब्ध कराने के लिए संवाद हुई थी।

किन्तु ब्याज रेट को लेकर सहमति नहीं होने के वजह से समझौता नहीं हो सका था। इसके बाद आरइसी तथा पीएफसी के मध्य ब्याज रेट को लेकर कई दौर की संवाद हुई और प्रतिवर्ष 8.60 फीसदी ब्याज रेट पर कर्ज उपलब्ध कराने को लेकर 19 अक्टूबर, 2022 को एग्रीमेंट किया गया। यह एग्रीमेंट एसजेवीएन के सीमडी एनएल शर्मा, पीएफसी के सीएमडी, आरएस ढिल्लन, आरइसी टेक्नीकल के डायरेक्टर वीके सिंह, आरइसी के डायरेक्टर फाइनांस अजय चौधरी और अन्य अफसरों की उपस्थिति में किया गया।

इस दौरान एसजेवीएन के सीएमडी एनएल शर्मा ने बताया कि चौसा पावर यूनिट के जून 2023 में आरंभ होने से बहुत हद तक बिहार की ऊर्जा आवश्यकता पूरी हो सकेगी एवं इससे प्रदेश की आर्थिक तथा सामाजिक उन्नति होगी। बता दें कि एसजेवीएन केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की मिनी रत्न कंपनी है। बक्सर जिले में बन रहा पावर यूनिट ग्रीन फील्ड परियोजना है और आधुनिक तकनीक से इसका निर्माण किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की नीव रखी थी और योजना का टोटल अनुमानित लागत 12172.74 करोड़ है। इससे जनरेट होने वाली 85 प्रतिशत बिजली बिहार को तथा बाकी 15 प्रतिशत अन्य राज्यों को मिलेगी।

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