केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू कल पटना में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मुझे स्कूल के समय में पढ़ाने वाली टीचर बिहारी थे। उन्होंने ही मुझे ज्ञान दिया। इसी का परिणाम है कि आज मैं जो भी हूं, जैसा भी हूं आपके सामने हूं। किरण रिजिजू ने कहा कि बिहार की धरती बहुत पावन धरती है। इसके बिना भारत का इतिहास संभव ही नहीं है।
बताते चलें कि पटना में शनिवार को बार काउंसिल ऑफ इंडिया और बिहार राज्य बार काउंसिल की ओर से बापू सभागार में समाज निर्माण में वकीलों का योगदान विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया था। इसमें सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस यूयू ललित भी शामिल होने आए थे।
चीफ जस्टिस ने कहा कि वकीलों ने ही स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया था। महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू, सब के सब वकील थे। वहीं केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका एक दूसरे के पूरक है। देश की निचली अदालतों में चार करोड़ 80 लाख जबकि हाईकोर्ट में 700000 मुकदमे लंबित हैं।