पटना। बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने एक दिन पहले आशंका जताई थी कि एक से दो दिन में प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ सकती है। इसे देखते हुए मुंबई-दिल्ली से आने वालों की रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट पर सघन जांच के निर्देश दिए गए थे। तीसरी लहर के बाद पटना में एक बार फिर कोरोना संक्रमण का विस्फोटक रूप सामने आया है। फरवरी के बाद पहली बार को 30 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले। इसमें 25 मरीज पटना के तथा पांच मरीज दूसरे जगह से यहां जांच कराने पहुंचे थे। संक्रमितों में से दो मरीजों की स्थिति गंभीर होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दस ऐसे जो कई प्रदेशों से हैं लौटे
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ा के अनुसार इससे पहले 13 फरवरी को 41 संक्रमित मरीज मिले थे। तब सक्रिय मरीजों की संख्या 474 थी। अब एक साथ 30 नए संक्रमितों के मिलने के बाद सक्रिय कोरोना पाजिटिव की संख्या 76 पर पहुंच गई है। सिविल सर्जन डा. विभा सिंह ने बताया कि 30 में से लगभग 10 ऐसे संक्रमित हैं जो विभिन्न प्रदेशों से भ्रमण के बाद यहां लौटे हैं। इसमें अधिकांश मरीज संक्रमित मुंबई कोलकाता और उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से पटना पहुंचे थे। सिविल सर्जन ने आम लोगों से कोरोना संक्रमण को लेकर पूरी सर्तकता व मास्क का उपयोग करने की सलाह दी है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को सिविल सर्जनों के साथ बैठक कर एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर टेस्ट का निर्देश दिया था। इसमें हल्के लक्षण वाले सुपर स्प्रेडर नहीं बन सकें इसलिए अधिक से अधिक आशंकितों की आरटी-पीसीआर जांच कराने और प्रिकाशनरी डोज बढ़ाने के निर्देश दिए गए थे। वहीं सिविल सर्जन विभा कुमारी सिंह ने पटना जंक्शन समेत अन्य स्टेशनों पर तत्काल प्रभाव से जांच टीम बढ़ाने के निर्देश पहले ही दे दिए हैं।
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