बिहार के सारण जिले में एक बार फिर जहरीली शराब से मौत और लोगों के बीमार होने की खबर सामने आ रही है। अब तक कुल पांच की मौत हो गई है। चार अन्य बीमार हैं। मढ़ौरा में चार जबकि गड़खा में चार की मौत की बात सामने आ रही है। एक मृतक की पत्नी का कहना है कि उसने जहरीली शराब पी थी। इसके बाद मढ़ौरा में चार और की मौत हो गई। इसके बाद हड़कंप मच गया। बीमार लोगों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है।
गड़खा और मढ़ौरा में मचा हड़कंप
सदर अस्पताल में इलाजरत रामनाथ महतो ने बताया कि मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुवालपुर गांव स्थित एक महिला के ठेका के उन सभी ने शराब पी थी। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। लगातार हो रही मौत के बाद ठेके पर शराब बेचने वाली महिला और उसके परिवार के लोग फरार हो गए हैं। जानकारी के अनुसार मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुवालपुर निवासी एक व्यक्ति लोगों को अवैध रूप से चल रहे ठेके पर शराब पिलाने ले गया था। वहीं पर कई लोगों ने शराब पी। उनमें से कुछ लोगों ने शराब ठीक नहीं लगने की बात कह कर पीना छोड़ दिया जबकि अन्य ने पीना जारी रखा। शराब पीने के बाद अलाउद्दीन की हालत बिगड़ने लगी। गुरुवार की शाम में उसकी मौत हो गई।
सबसे पहले अलाउद्दीन की हुई मौत
इसके बाद अन्य लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। उनका इलाज गड़खा अस्पताल में चल रहा था। उनमें से भुवालपुर गांव निवासी कामेश्वर महतो उर्फ लोहा, रामजीवन उर्फ राजेंद्र राम, रोहित सिंह एवं पप्पू सिंह की भी मौत हो गई। रामनाथ महतो का इलाज छपरा सदर अस्पताल में चल रहा है। इस घटना में मृतक कामेश्वर महतो की बहन एवं स्वजनों ने उनके बीमार होने से मौत की बात कही है। जबकि अलाउद्दीन की पत्नी व भाई ने शराब पीने से मौत की बात कही थी। अन्य मृत लोगों के स्वजन अभी कुछ भी खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस पहुंचकर मामले की तहकीकात में जुट गई है। मढ़ौरा एसडीपीओ इंद्रजीत बैठा ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है उसकी रिपोर्ट आने के बाद सही जानकारी होगी।
मृतकों की सूची
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- अलाउद्दीन पिता करमुउल्लाह खान 40 वर्ष
2, कामेश्वर महतो और लोहा सिंह पिता देव महतो 50 वर्ष
- रामजीवन रामपुर राजेंद्र राम पिता परशुराम राम 50 वर्ष
- रोहित सिंह पिता भीखन सिंह 40 वर्ष
- पप्पू सिंह पिता रामा सिंह 45 वर्ष
बीमार लोगो की सूची
- रामनाथ महतो 50
- लालबाबु साह 70
- शंकर राय 60
- हीरा राय 65 वर्ष
बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही 13 लोगों की मौत की घटना ने शराबबंदी पर सवाल खड़े कर दिए थे। पुलिस-प्रशासन ने शराब की भट्ठियां नष्ट करनी शुरू कर दी। थानेदार के साथ चौकीदार को भी सस्पेंड कर दिया। लेकिन एक बार फिर से जैसी घटना हुई है वह पुलिस की साख पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।