पूर्वी चम्पारण क्रिकेट एसोसिएशन से निबंधित क्रिकेट खिलाड़ी विजय वत्स(27) अपनी प्रतिभा का जलवा श्रीलंका में दिखाते नजर आएंगे। वे समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर अंचल के बख्तियारपुर के निवासी हैं।
बिहार के समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर प्रखंड अंतर्गत बख्तियारपुर गांव निवासी किसान रंजीत कुमार के 27 वर्षीय पुत्र क्रिकेट खिलाड़ी विजय वत्स अपनी प्रतिभा का जलवा श्रीलंका में दिखाते नजर आएंगे। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपने घरेलू प्रथम श्रेणी मुकाबले के लिए विजय वत्स को आमंत्रित किया है, जिसके लिए वे कोलंबो रवाना हो चुके हैं।
ईस्ट चम्पारण डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव ज्ञानेश्वर गौतम के हवाले से जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी प्रीतेश रंजन ने बताया कि श्रीलंकाई घरेलू क्रिकेट सत्र 2022-23 के प्रथम श्रेणी मुकाबलों में भाग लेने के लिए बीसीसीआई ने विजय वत्स को अनापत्ति प्रमाण-पत्र निर्गत कर दिया हैं।
बिहार रणजी टीम का भी रह चुके हिस्सा
जून 2022 से सितंबर 2022 तक आयोजित घरेलू सत्र के लिए श्रीलंकन क्रिकेट बोर्ड से संबद्ध न्यूगेगोड्डा स्पोर्ट्स एंड वेलफेयर क्लब कोलंबो ने विजय वत्स को अनुबंधित किया हैं। इन मैचों में इनके द्वारा किया गया प्रदर्शन को उनके प्रथम श्रेणी क्रिकेट रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया जाएगा।
आपको बता दें कि विजय वत्स इस साल बिहार रणजी टीम में भी शकीबुल गणि के साथ शामिल किए गए थे। हालांकि उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नही मिल पाया था। सत्र 2018-19 के मुश्ताक अली टूर्नामेंट के लिए भी बिहार टीम के कैम्प में उन्हें जगह मिली थी।
बिहार में आने से पहले उन्होंने अपनी बल्लेबाजी का जलवा झारखंड स्टेट टीम के लिए दिखाया था। अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी 2013-14 और अंडर-23 सी.के. नायडू ट्रॉफी 2016-17 में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया था।
विजय के परिवार में कौन-कौन हैं?
विजय वत्स के पिता रंजीत कुमार किसान व व्यवसायी हैं। उनकी माता मृदुला कुमारी शिक्षक हैं। विजय वत्स दो भाई बहन हैं, जिसमें विजय सबसे छोटे हैं। विजय अपने स्कूल टाइम से छोटे-छोटे क्रिकेट टूर्नामेंट में खेला करते थे और वह स्कूल में होने वाली क्रिकेट टूर्नामेंट में कैप्टन भी हुआ करते थे।
जिसके बाद उन्हें क्रिकेट के प्रति काफी रुझान देखते हुए माता पिता ने दिल्ली के सोनेट क्लब में एडमिशन के लिए गए, जहां विजय की तबियत खराब हो जाने के कारण उनका एडमिशन नहीं हो पाया था। बाद में स्वास्थ्य में सुधार आते ही विजय ने लाल बहादुर शास्त्री क्लब दिल्ली में टेस्ट में पास हो गए इसके बाद उनका एडमिशन हो गया था।
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उसी दौरान वह झारखंड स्टेट टीम के लिए खेलते थे, लेकिन बिहारी होने के कारण उनको आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाया। बिहार में क्रिकेट सेवा लागू होते हैं उन्होंने बिहार टीम के लिए खेल कर अच्छे प्रदर्शन किए। उन्होंने अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी, 2013-14 और अंडर-23 सी.के. नायडू ट्रॉफी 2016-17 में अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया था।
स्पॉन्सरशिप कर रही बास कंपनी
खास बात यह है कि विजय वत्स की स्पॉन्सरशिप बास कंपनी से है। सोमनाथ कोहली (मालिक बास वैम्पायर) जिनको क्रिकेट वर्ल्ड सोमी कोहली के नाम से जानता है, उन्होंने विजय को आगे बढ़ाने में अहम रोल निभाया है। ये वही सोमी कोहली हैं, जिन्होने एम एस धोनी को पहला क्रिकेट किट भेजा था।
इसका जिक्र धोनी फिल्म में भी किया गया है। उन्होंने सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, कपिल देव, युवराज सिंह, चेतन शर्मा, हरभजन सिंह, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, हसीम अमला, अजिंक्य रहाणे, ड्रेन सैमी जैसे बड़े इंटरनेशनल क्रिकेटर को प्रमोट किया है। देश के बड़े उद्योगपति सर्वेश शाही भी विजय को लगातार सपोर्ट करते रहे।
दोनों लोगो के साथ में जिला सचिव ज्ञानेश्वर गौतम, कोच मदन शर्मा, कोच शिखर धवन, यशपाल सिंह (पूर्व भारतीय क्रिकेटर), सुमेध पवार, राजू दाबोलकर, दास शिवलकर, डॉ. कुंदन कुमार (बीसीसीआई फिजियो) अशोक भादुरिया, प्रशांत भदुरिया, स्वाति सिंह, दुष्यंत सिंह की विजय के परिवार ने शुक्रिया जाहिर किया है।