पटना जू में 8 साल बाद एक बार फिर से टॉय ट्रेन का लुत्फ ले सकेंगे आप। बता दें कि 2014 में पटना जू में चलने वाली टॉय ट्रेन का इंजन खराब हो जाने के कारण तब से वह बंद पड़ी हुई है। पड़े-पड़े तो अब ट्रेन की बोगी भी खराब हो चुकी है। लेकिन जू प्रशासन ने कमर कस ली है. पटना जू में टॉय ट्रेन चलाने के लिए ट्रैक लगाना होगा, जिसके लिए लगातार काम किया जा रहा है।
इस बार जब आप पटना के चिड़ियाघर जाएंगे तो वहां आपको फिर से टॉय ट्रेन की छुक-छुक सुनने को मिलेगी। यह ट्रेन ट्रैक लेस नहीं, ट्रैक वाली होगा। जाहिर है ट्रेन की छुक-छुक का रोमांच आपके धुक-धुक को बढ़ा देगा।
पटना जू में 8 साल बाद एक बार फिर से टॉय ट्रेन का लुत्फ ले सकेंगे आप। आपको बता दें कि 2014 में पटना जू में चलने वाली टॉय ट्रेन का इंजन खराब हो जाने के कारण तब से वह बंद पड़ी हुई है। पड़े-पड़े तो अब ट्रेन की बोगी भी खराब हो चुकी है।
पटना जू में किया जा रहा है सर्वे
लेकिन जू प्रशासन ने कमर कस ली है। पटना जू में टॉय ट्रेन चलाने के लिए ट्रैक लगाना होगा, जिसके लिए लगातार काम किया जा रहा है। पहले से मौजूद ट्रैक में लगीं लकड़ियां लगभग सड़ चुकी हैं, इसलिए वहां नए ट्रैक लगाए जाएंगे।
इसके लिए दानापुर रेलमंडल के इंजीनियर पटना जू में आकर टॉय ट्रेन शुरू करने की तैयारी शुरू कर चुके हैं। पटना जू में सर्वे किया जा रहा है जिसका काम 10 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद नया ट्रैक बिछाने का काम किया जाएगा।
पटना जू में 1977 में सबसे पहले टॉय ट्रेन की शुरुआत हुई
आपको बता दें कि पटना जू में 1977 में सबसे पहले टॉय ट्रेन की शुरुआत की गई थी। उसके बाद 2004 में तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने वाष्प से चलने वाले टॉय ट्रेन को पटना चिड़ियाघर में शुरू कराया था।
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इस बार लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव ने भी निर्देश दिया है कि जितनी जल्दी हो सके पटना जू में ट्रेन चलाई जाए।
आपको बता दें कि अभी भी पटना जू में टॉय ट्रेन चलती है जो बच्चों को ट्रेन का मजा तो देती है लेकिन वह सड़क पर चलती है। अब शुरू होने वाली टॉय ट्रेन ट्रैक पर चलेगी।