बिहार के आरा के रमना मैदान से सटे कई चाय की दुकानें हैं, लेकिन इन्हीं के बीच आईआईटियन चाय वाला नाम से एक टी-स्टाल राहगीरों को काफी लुभा रहा है। सिर्फ नाम से ही नहीं, यह स्वाद में भी अपनी अलग पहचान बनाई है। नाम के अनुरूप यह टी स्टाल का आइडिय IIT और विभिन्न संस्थानों में पढ़ाई के रहे टेक्नोलॉजी के छात्रों की है। दरसल मद्रास IIT में डेटा साइंस में बीएससी प्रथम वर्ष के छात्र और टी-स्टाल खोलने वाले रणधीर कुमार बताते हैं, यह उनका स्टार्टअप है। उनके साथ देश के अलग-अलग संस्थानों में पढ़ रहे उनके 4 और दोस्तों ने रोजगार के लिए यह स्टार्टअप की शुरूआत की । इसमें खड़गपुर IIT में प्रथम वर्ष के छात्र जगदीशपुर के अंकित कुमार, बीएचयू के इमाद शमीम और एनआईटी सूरतकल में पढ़ रहे सुजान कुमार का आइडिया है।
रणधीर बताते हैं कि पहले वे लोग एक ही कोचिंग में पढ़ते थे जहां उनकी दोस्ती हुई। उन्होंने भविष्य में कुछ ऐसा करने का निर्णय लिया था, जिससे अन्य लोगों को भी रोजगार मिले उन्हें आत्मनिर्भर बना सकें। एक टी-स्टाल में 2-3 लोगों को रोजगार मिला है। अभी आरा में एक स्टाल है और इसी महीने यहां बमपाली और बाजार समिति में स्टाल खुलने वाला है। जबकि जल्द ही एक और टी-स्टाल पटना में बोरिंग रोड में खोलने वाले हैं। वर्ष के आखिरी तक देशभर में 300 स्टाल खोलने की योजना है उनकी। स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के लिए वे वित्तीय संस्थानों से सहायता लेंगे। रणधीर बताते हैं कि इससे उनकी पढ़ाई बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हो रही है, यह तो बस एक आइडिया है जिसे उन लोगों ने जमीन पर उतार दिया, बाकी काम स्टाफ को करना है। पिता मनोज पांडेय गोपालगंज में बिहार पुलिस में ASI हैं और कभी-कभी आकर देख-रेख करते रहते हैं। रणधीर बताते हैं कि आने वाले भविष्य में वे स्टार्टअप को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ेंगे।
स्टाल पर प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करते हैं सिर्फ कुल्हड़ में चाय देते हैं। भविष्य में वे लोग उपयोग किये हुए कुल्हड़ को हाई प्रेसर पानी से धोकर उसमें पौधा का बीजारोपण कराएंगे और उसे भी स्टाल के जरिये काफी कम कीमत पर ग्राहकों को देंगे। आईआईटियन चाय दुकान में एक-दो नहीं, बल्कि पूरे 10 फ्लेवर में चाय मिलती है। इनमें, निम्बू, आम, सन्तरा, पुदीना, ब्लूबेरी आदि फ्लेवर की चाय लोग पसंद करते हैं। चाय बना रहे कर्मचारी ने बताया कि 10 रुपये में यहां कुल्हड़ में चाय मिलती है। चाय देने से पहले कुल्हड़ को चूल्हे की आग में गर्म किया जाता हैं, जिससे चाय में अनोखा स्वाद आ जाता है। इस टी-स्टाल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह दुकान केवल 16 वर्ग फीट में पहिये पर इस तरह से डिजाइन की गई है कि चाय बनाने से लेकर जरूरत का सारा सामान इसमे आ जाए। सिर्फ कुल्हड़ को गर्म करने के लिए चूल्हा को स्टाल से अलग रखना पड़ता है।