दिन रात कड़े परिश्रम के बाद जब एग्जाम का समय आता है तो एक छोटी सी गलती पूरी मेहनत खराब कर देती है। हाल ही में प्रशासनिक सेवा में चयनित बिहार के युवा अफसरों ने परीक्षा से पहले सफलता का मंत्र दिया है।
आगामी 5 जून को UPSC का प्री एग्जाम है। प्रशासनिक सेवा की तैयारी करने वालों के लिए यह काफी अहम होगा। दिन रात कड़े परिश्रम के बाद जब एग्जाम का समय आता है तो एक छोटी सी गलती पूरी मेहनत खराब कर देती है।
ऐसे में एक्सपर्ट का एक टिप्स सफलता दिला सकता है। हाल ही में प्रशासनिक सेवा में चयनित बिहार के युवा अफसरों ने परीक्षा से पहले सफलता का मंत्र दिया है।
सोशल मीडिया पर समय ना बिगाड़े
UPSC में 26वीं रैंक लाने वाले बिहार के उत्सव आनंद का कहना है कि ज्यादा इधर उधर की खबरों पर ध्यान नहीं देना है। सोशल मीडिया पर भी अपना कीमती समय खराब नहीं करना है। अंतिम समय में यह पढ़ लेना है, वह पढ़ लेना है,वाला ट्रिक एक दम नहीं अपनाना है।
खुद से जो पहले पढ़ चुके हैं, जो नोट्स हैं उस पर ही फोकस करें। ऐसे नोट्स को ही रिवाइज करें। बार-बार इसे ही रिवाइज करें और खुद से टेस्ट देते रहें। अंतिम समय में कुछ भी नया करने की कोशिश नहीं करें, क्योंकि इससे फायदा कम नुकसान अधिक हो सकता है।
4 बार एग्जाम दे चुकीं शुभ्रा बोलीं
UPSC में 197 रैंक लाने वाली शुभ्रा ने परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को कहा वह 4 बार परीक्षा दे चुकी हैं। अब तक वह दो बार क्रैक भी कर चुकी हैं। उनका कहना है कि प्री काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें बहुत सारे बच्चे शामिल होते हैं, लेकिन सफल 9 से 10 हजार ही होते हैं।
सबसे मुख्य बात यह है कि आपका जो बेसिक फाउंडेशन है, वह काफी स्ट्रॉन्ग होना चाहिए। जो बेसिक बुक्स हैं, वह बहुत ही स्ट्रॉन्ग होनी चाहिए। इसके अलावा थोड़ी प्रैक्टिस अच्छी होनी चाहिए।
करेंट अफेयर अच्छा होना चाहिए। इस अंतिम समय में सिर्फ रिवीजन करना चाहिए। कोशिश करना चाहिए जो आपने पढ़ा है, उसका एक बार रिवीजन हो जाए। अंतिम 4 दिन में सिर्फ और रिवीजन ही करना है।
कुछ नया नहीं करना है, जो पढ़ना था वह पढ़ लिया है। रिवीजन से चीजें दिमाग में फ्रेश होती हैं। अंतिम के 4 दिन में बस जो पढ़ा है, उसे रिवाइज कर दिमाग में ताजा करना होगा।
जो तैयारी किया अब वह दिमाग में लाएं
UPSC में 472 रैंक लाने वाले बिहार के अंकित सिन्हा का कहना है कि अब तक जो भी तैयारी और जो पढ़ाई करते आए हैं, वहीं करना है।
अब अंतिम समय में कुछ भी नया नहीं करना है। प्री के लिए कुछ नया करना अब रिजल्ट खराब करने वाला होगा। लॉस्ट में मॉक देना सही नही होता है। बस जो भी नोट्स बनाए हैं, उसे बस एक बार रिवाइज कर लिया जाए।
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बहुत से स्टूडेंट्स लास्ट में आकर हताश हो जाते हैं। ऐसा सोचने लगते हैं कि अब नहीं हो पाएगा। किसी भी दशा में ऐसा नहीं करना है। हौसलों से ही उड़ान होती है, हिम्मत बनाए रखना है। परीक्षा में कभी भी नकारात्मक नहीं सोचना है।
प्री में कोई नया नहीं करना है, जैसा मॉक साल्व किया है। एग्जाम में भी ऐसा ही करना है। कुछ भी नया किया जाएगा तो इसका पूरा इफेक्ट एग्जाम पर पड़ेगा।
आत्म विश्वास के साथ एग्जाम दें
UPSC में 71 वीं रैंक लाने वाली बिहार की श्रेया का कहना है कि अब बस गिनकर 4 दिन ही बचे हैं। अब तो सेंटर पर जाने का भी समय आने वाला है। अब पढ़कर कुछ नया करने का समय नहीं रहा।
अब तो जो नोट बनाया है, उसका रिवीजन ही करना है। अंतिम समय में केवल स्ट्रॉन्ग एरिया को मजबूत कीजिए, जिससे गलती नहीं हाे। इसका एक फायदा और है कि जब आपका स्ट्रॉन्ग एरिया मजबूत होता है तो आत्मविश्वास भी काफी बढ़ जाता है।
लास्ट में सिर्फ आप अपनी मजबूत चीजें ही देखते हैं तो आपके अंदर काफी कॉन्फिडेंस आता है। ऐसा लगता है कि आपको सारी चीजें पता हैं।
प्री में आत्मविश्वास का काफी अहम रोल होता है, क्योंकि आप के अंदर जब कॉन्फिडेंस लेबल हाई होता है, तो अब कुछ गलत भी होने वाला होता है तो उसे सही करेें आते हैं।