झारखंड के चतरा के टंडवा प्रखंड के धनगड़ा पंचायत स्थित खरिका गांव में भाई-बहन का पवित्र रिश्ता तार-तार हो गया। गांव की एक युवती ने अपने चचेरे भाई से शादी रचा ली। इससे शर्मसार परिवार और समाज के लोगों ने जीवित अवस्था में ही उसकी अंत्येष्टि कर डाली। शनिवार को युवती का पुतला बना कर बाजाप्ता शवयात्रा निकाली गई और शमसान घाट ले जाकर उसका दाह-संसकार कर दिया गया। घटना से आहत लड़की के पिता और परिजनों ने उससे तमाम नाता-रिश्ता समाप्त करने का एलान कर दिया।
हालांकि घटना से आहत लड़की की मां का रो-रो कर उसका बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि बेटी की करतूत से समाज में उनकी इज्जत को बट्टा लगा है। अब वह गांव समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं हैं। लड़की के पिता ने कहा कि उसकी शादी अच्छे घराने में हो रही थी।
सगाई भी हो चुकी थी, लेकिन बेटी को जिल्लत की जिंदगी मंजूर है। जानकारी के अनुसार सुखदेव राम की 25 वर्षीय पुत्री सबिता उर्फ किरण कुमारी का अपने मुहल्ले के निवासी लखन राम के पुत्र राजदीप कुमार से प्रेम चल रहा था। दोनों रिश्ते में चचेरे-भाई बहन हैं।
परिजनों को यह नागवार गुजरा। उन्होंने इसका विरोध किया। दोनों को काफी समझाया मगर सब बेअसर गया। चार महीने पूर्व दोनों ने शादी रचा ली। इसके बावजूद समझाने-बुझाने का दौर चलता रहा। फिर बात स्थानीय थाने तक जा पहुंची। वहां भी लड़की ने राजदीप के साथ जीने-मरने का संकल्प दोहराया। इस मौके पर ज्ञानी राम, राजकुमार राम, सोमर राम समेत दर्जनों गांव व रिस्तेदार मजूद थे। तब परिजनों ने शनिवार को उसका अंतिम संस्कार कर तमाम रिश्ते खत्म करने का फैसला लिया। इस घटना की सर्वत्र चर्चा है।
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Input: JNN