पटना: चक्रवाती तूफान यास (Yaas) बिहार से गुजरकर पूर्वी व मध्य उत्तर प्रदेश की सीमा में अपना असर दिखा रहा है. वहीं, इसका प्रदेश में इसका असर अभी कम नहीं हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश में येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सावधान रहने की सलाह दी है. वातावरण में मौजूद नमी के कारण कई जिलों में आंधी, बारिश के साथ वज्रपात की आशंका है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में भारी बारिश होने से वातावरण नमी से भरा है. ऐसे में धूप निकलने पर कहीं भी बादल बन सकते हैं और आंधी के साथ बारिश हो सकती है.
वर्तमान वातावरण में वज्रपात की आशंका काफी बढ़ गई है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में अगले 24 घंटे के दौरान गरज, चमक और तेज हवा के साथ बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विज्ञान केंद्र ने लोगों को सावधान किया है कि तेज आंधी एवं बारिश के दौरान खेतों में बाहर न जाएं. बता दें कि बिहार में यास अब कमजोर पड़ चुका है पर कम दबाव के क्षेत्र बने हुए हैं. यही कारण है कि शनिवार को बिहार के अधिकतर जिलों में बारिश हुई और अधिकतम तापमान में 9 से 12 डिग्री सेल्सियस की गिरावट रिकॉर्ड की गई.
इसका प्रभाव रविवार को भी देखने को मिलेगा और उत्तर बिहार में गोपालगंज, सीवान, छपरा समेत चंपारण के कुछ इलाकों और पूर्वी बिहार के पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार समेत मिथिलांचल के कुछ क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. गौरतलब है कि बिहार में मानसून 12 से 15 जून के बीच आने की संभावना व्यक्त की गई है, लेकिन यास तूफान के चलते पिछले करीब तीन दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है. कई इलाकों ने जोरदार बारिश की वजह से जलजमाव की शिकायत सामने आई हैं.
Input: News18
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