महाराष्ट्र में विभिन्न प्रकार की पाबंदियों को लागू करने के बाद भी कोरोना वायरस के मामलों में कमी नहीं आ रही है। राज्य में बड़ी संख्या में संक्रमित मरीजों के आंकड़े सामने आ रहे हैं, जिसकी वजह से उद्धव सरकार ने कंप्लीट लॉकडाउन का ऐलान किया है। महाराष्ट्र सरकार के संपूर्ण लॉकडाउन के ऐलान के बाद राज्य में पहले की तुलना में और सख्त नियम लागू हो गए हैं।
इससे पहले, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को बताया था कि हमने मुख्यमंत्री से रात 8 बजे से संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की अपील की है। सभी मंत्रियों ने मुख्यमंत्री से यह गुजारिश की है।
महाराष्ट्र में बुधवार को लॉकडाउन के ऐलान से पहले कोरोना वायरस संक्रमण के 67,468 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 40,27,827 हो गई है। 568 रोगियों की मौत हो गई है। 18 अप्रैल को एक दिन में संक्रमण के सबसे अधिक 68,631 मामले सामने आए थे। महाराष्ट्र सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि 568 और रोगियों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 61,911 हो गई है। वहीं, मुंबई में संक्रमण के 7,654 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,01,713 हो गई है। इसके अलावा 62 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की तादाद 12,508 तक पहुंच गई है।
एक मई तक धारा 144 लागू
बता दें कि महाराष्ट्र में 1 मई तक धारा 144 लागू है और ब्रेक द चेन मुहिम के तहत सभी गैर जरूरी गतिविधियों और सेवाओं पर रोक है। महाराष्ट्र सरकार ने कोविड गाइडलाइंस में बदलाव करते हुए कहा है कि राज्य में अब किराना और खाने-पीने की वस्तुओं की दुकानें भी केवल 4 घंटे के लिए खुलेंगी। पहले नाइट कर्फ्यू, फिर वीकेंड लॉकडाउन और अब मिनी लॉकडाउन के बावजूद महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण पर लगाम नहीं लग पा रहा है।
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Input: Hindustan