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Lalu Special ; बेहद खास है Lalu Yadav और राबड़ी देवी की लव स्टोरी है, जानिए रोचक कहानी

बिहार (Bihar) के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) का गुरुवार को 74वां जन्मदिन है। लालू यादव का जन्म गोपालगंज में फुलवरिया में 11 जून 1948 को हुआ था। लालू का जन्म निम्न मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। पूर्व सीएम को शुरुआत के दिनों में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा। लालू यादव के परिवार के पास न तो रहने के लिए अच्छा घर था और ना ही अन्य सुविधाएं। लालू यादव 6 भाई-बहन हैं। लालू का परिवार दूध का कारोबार करता था, लेकिन इतनी कमाई नहीं होती थी कि सभी जरूरतें पूरी हो सकें।


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लेकिन इसके बावजूद लालू प्रसाद ने पढ़ाई की। लालू ने गोपालगंज से स्कूल की पढ़ाई की। इसके बाद वह राजधानी पटना आ गए और बीएन विश्वविद्यालय से लॉ में ग्रेजुएशन किया है। इसके साथ ही उन्होंने राजनीति शास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद लालू यादव ने बिहार के पशु चिकित्सा कॉलेज में क्लर्क के रूप में नौकरी शुरू कर दी। लेकिन लालू को नौकरी पसंद नहीं आई। इसके बाद लालू यादव राजनीति में आ गए। लालू यादव जब ग्रेजुएशन कर रहे थे उसी दौरान वह छात्र संघ के महासचिव बने थे। साल 1990 में लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री बन गए। आज हम आपको लालू यादव और राबड़ी देवी की लव स्टोरी के बारे में बताते हैं।


लालू यादव और राबड़ी देवी की लव स्‍टोरी थोड़ी अलग है। लालू ने बताया है कि वह राबड़ी देवी से छिपकर मुलाकात की थी और उन्‍हें चिट्ठी भी लिखते थे, इस बात का जिक्र राबड़ी देवी भी कर चुकी हैं।


लालू से राबड़ी की शादी के लिए तैयार नहीं थे घरवाले
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवे के परिवार वाले इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन राबड़ी के पिता को लालू यादव पसंद थे। राबड़ी देवी के परिवाले अमीर थे और उस लालू के परिवार के पास पैसों की कमी थी। लालू का घर झोपड़ी का खा। लालू के मुताबिक, जब तेज बारिश होती थी तब घर झरना बन जाता था। लेकिन राबड़ी देवी को इसका कभी अफसोस नहीं रहा। राबड़ी की इन्हीं बातों की वजह से लालू उनके दीवाने थे।


किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है लालू की शादी
लालू यादव और राबड़ी की शादी फिल्मी कहानी की तरह है। लालू यादव की जब शादी हुई तो वह 25 साल के थे और राबड़ी देवी सिर्फ 14 वर्ष की थीं और दोनों शादी अरेंज हुई है। लेकिन दोनों की शादी को लेकर लव मैरिज से भी ज्यादा बवाल मचा। जैसा कि ऊपर स्टोरी बताया है कि लालू एक सधारण परिवार से थे और राबड़ी देवी धनी परिवार से। लालू यादव को जरूरत को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ता था। लेकिन इसके बावजूद राबड़ी के पिता लालू की काबिलियत और शिक्षा को देखकर अपना दामाद बनाया। बेटी की लालू से शादी को लेकर घर में लोगों ने उनका विरोध किया, लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े रहे। उस समय शिक्षित लड़का मिलना थोड़ा कठिन काम होता था।


शादी से पहले राबड़ी को देखा तक नहीं था लालू ने
आपको जानकर यह आश्चर्य होगा कि लालू यादने शादी से पहले राबड़ी को देखा नहीं था, लेकिन उन्होंने अपने एक दोस्त को राबड़ी के गांव भेजा था और उनके बारे में पता लगाया था। पहले गांव में लड़की को देखने परंपरा नहीं थी। लालू ने पटना में रहकर पढ़ाई की थी, इसलिए अपने दोस्त से पत्‍नी के बारे में जानकारी हासिल की थी। सबसे बड़ी बात कि शादी वाले दिन भी लालू पत्‍नी राबड़ी को नहीं देख पाए खे। घूंघट में ही पत्‍नी को उन्‍होंने सिंदूर लगाया था। राबड़ी गौना के बाद लालू के घर आई थीं।


राबड़ी को खुशी के मौके पर खास तोहफा देते हैं लालू
लालू और राबड़ी के प्यार बेहद खास है। राबड़ी को हर खास मौके पर लालू गुलाब का फूल देते हैं। उनका जन्मदिन हो या शादी की सालगिरह। लालू हर त्यौहार पर उनके साथ रहते हैं।

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