ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) गया को नई कंक्रीट हवाई पट्टी मिल गयी है। ओटीए के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल पीएस मिन्हास ने 12 मई, 2022 को इसका उद्घाटन किया।
नवनिर्मित कंक्रीट हवाई पट्टी सभी मौसम में टेकऑफ और लैंडिंग की सुविधा प्रदान करेगी। नई हवाई पट्टी पायलटों और विमानों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करेगी। भारतीय सेना का एक प्रमुख सहायक उड़ान प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आर्मी एडवेंचर नोडल सेंटर माइक्रोलाइट ओटीए गया में है।
नई हवाई पट्टी से पूरे साल प्रशिक्षण
मालूम हो कि इससे पहले माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट तत्कालिक लैंडिंग ग्राउंड पर टेकऑफ और लैंड करते थे, जो एयरक्राफ्ट और पायलट के लिए काफी जोखिम भरा होता था।

साथ ही हवाई पट्टी मानसून और खराब मौसम के दौरान पायलटों के प्रशिक्षण में भी बाधा उत्पन्न करती थी। अब नई हवाई पट्टी पूरे साल प्रशिक्षण भी सुनिश्चित करेगा।
ओटीए गया में आर्मी एडवेंचर नोडल सेंटर माइक्रोलाइट भारतीय सेना का एक प्रमुख सहायक उड़ान प्रशिक्षण प्रतिष्ठान है। नोड ने हाल ही में अपनी स्थापना की रजत जयंती मनायी है।
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हवाई पट्टी के निर्माण का कार्य मार्च 2022 में शुरू हुआ
इस दौरान करीब ढाई हजार कर्मियों को प्रशिक्षित किया है। यह उन दो नोड्स में से एक है, जो भारतीय सेना के सभी रैंकों को माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट उड़ाने का प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसका दूसरा केंद्र महू इंदौर में स्थित है।

आर्मी एडवेंचर नोडल सेंटर में एक नई कंक्रीट हवाई पट्टी के निर्माण का कार्य मार्च 2022 में शुरू किया गया था। लेफ्टिनेंट जनरल पीएस मिन्हास ने रिकॉर्ड समय में उड़ान सुरक्षा मानदंडों के अनुसार हवाई पट्टी परियोजना को पूरा करने के लिए लक्ष्मीकांत यादव और आर्मी एडवेंचर नोडल सेंटर माइक्रोलाइट की टीम फ्लाइंग रैबिट के सभी रैंकों की सराहना की।