शेखपुरा: इसे व्यवस्था की बेरहमी कहेंगे या फिर कानूनी विवशता। असल में यह कहानी शेखपुरा शहरी क्षेत्र के वाजिदपुर से चुलाई शराब से साथ गिरफ्तार महिला और उसके साथ तीन नाबालिग बच्चों की है। उत्पाद विभाग महिला संगीता देवी के साथ उसके तीन बच्चों को भी जेल भेजेगा? बुधवार को गिरफ्तार महिला को अदालत के समक्ष पेश करने के पहले कोरोना जांच के लिए सदर अस्पताल लाया गया तो उसके साथ तीनों मासूम बच्चे भी थे। इन बच्चों की आयु दो से छह वर्ष के बीच है। संगीता के तीनों मासूम बच्चों की मां के साथ जेल भेजने पर क्या कार्रवाई होगी यह अदालत पर निर्भर है।
पति कमाने के लिए रहता है बाहर
महिला ने बताया कि उत्पाद विभाग की पुलिस ने मंगलवार की रात घर से तीनों मासूम बच्चे सहित गिरफ्तार करके लाया। संगीता का पति शिवम चौधरी परदेस में रहकर काम करता है। यहां संगीता अपनी सास और देवर से अलग रहती है। सास और देवर ताड़ी बेचने का काम करते हैं।
पुलिस को देख देवर और सास घर से भाग गए
पुलिस के आने पर देवर और सास घर से भाग गए और पुलिस ने संगीता को उसके तीनों मासूम बच्चों के साथ गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में जब उत्पाद थाना के प्रभारी से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने काल ही रिसीव नहीं की। पता चला कि साहेब किसी का काल रिसीव नहीं करते हैं।
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पुलिस से रोकर कह रही बेकसूर होने की बात
कोरोना जांच को लाई गई संगीता ने बच्चों के साथ रो-रोकर अपने को बेकसूर होने की बात बताई। हालांकि अब उसकी बातों को कोई सुनने वाला नहीं है। अब अदालत पर निर्भर है कि संगीता के तीनों मासूम बच्चों की मां के साथ जेल भेजने पर क्या कार्रवाई करती है।