बिहार के भागलपुर जिले में 3 महीने बाद एक साथ कोरोना के 19 मामले सामने आए हैं. सोमवार को सबौर प्रखंड के रानी तालाब से एक ही परिवार के 11 सदस्य कोरोना संक्रमित पाए गए थे. जबकि शहरी क्षेत्र के 8 लोग संक्रमित पाए गए थे. जिसके बाद रानी तालाब में संक्रमित क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर सिविल सर्जन के नेतृत्व में वहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कोरोना सैंपल लिया जा रहा है.
जिलाधिकारी के मुताबिक, 2:30 बजे तक उस क्षेत्र में 115 सैंपल की जांच की गई. जिसमें से दो लोग और संक्रमित पाए गए हैं. कोरोना के अचानक बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक भी की गई थी. जिसके बाद कई तरह के दिशा-निर्देश दिए गए हैं. इसको लेकर COVID-19 के नोडल पदाधिकारी डॉ हेमशंकर शर्मा ने कहा कि लोग कोरोना गाइडलाइंस को भूल चुके हैं. नतीजतन महीनों बाद एक साथ इतने मामले सामने आए हैं, यह सभी दूसरे राज्यों से भागलपुर आए थे.
वहीं, डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा, ‘कोरोना के अचानक बढ़ते मामलों को देखते हुए कोरोना जांच टीम सैंपल लेकर उस क्षेत्र में जांच कर रही है.’ उन्होंने कहा ‘जिले में किसी भी प्रकार के समारोह व होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा. साथ ही मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) बनाने की अपील भी उन्होंने लोगों से की है. इधर, मंगलवार को फिर रानितलाब क्षेत्र में दो मरीज पाए गए. वहीं, 24 घंटे में 21 मामले सामने आए हैं.
बता दें कि कोरोना के चलते देश के कई हिस्सो में फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है. इधर, बिहार विधान परिषद (Bihar Vidhan Parishad) में कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कार्य स्थगन प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि ‘कोरोना के मामलों में 30 फीसद बढ़ोतरी हुई है. होली को लेकर बिहार में बड़ी संख्या में लोग बाहर से आते हैं. इसे देखते हुए एहतियाती कदम उठाने की जरूरत है.’
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इस पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि ‘बिहार में अभी 337 एक्टिव कोरोना मरीज हैं. रोजाना 30 से 40 हजार जांच हो रहे हैं. दूसरे राज्यों में बढ़ते मामलों को देखते हुए चिंतित बिहार सरकार भी राज्य में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम कर रही है.’