जिंदगी न नंबरों से जी जाती है और न पास-फेल से। भगवान का दिया हुआ जीवन दुनिया की हर चीज से अनमोल है, लेकिन बिहार सबौर कृषि विवि में UG के 5वें सेमेस्टर की छात्रा को यह बात समझ नहीं आई। 1 नंबर कम आने पर उसे बैक कर दिया गया तो उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। साथ पढ़ रहे छात्र-छात्राओं ने अभी तक जो मौत की वजह बताई है, वह यही कि परीक्षा में फेल होने पर छात्रा ने खुदकुशी कर ली है।
बिहार सबौर कृषि विवि परिसर के महिला छात्रावास में सुसाइड करने वाली छात्रा का नाम रिम्पा है। वह मूल रूप से सीवान की रहने वाली है। 5वें सेमेस्टर के रिजल्ट में वह फेल हो गई। डिप्रेशन में आकर महिला छात्रवास के अपने कमरे में फांसी लगा ली। घटना की जानकारी मिलते ही कृषि विवि सबौर के कुलपति डॉ RK सोहाने पहुंचे। सबौर थाने की पुलिस भी पहुंची और लाश को कमरे से बाहर किया गया, लेकिन सबौर कृषि कॉलेज के छात्रों का हंगामा जारी है।
नहीं फेल करने का भरोसा दिया, फिर भी फेल कर दिया
विवि प्रशासन और कॉलेज पर छात्रों ने आरोप लगाया है कि कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई हुई, जिस कारण उनलोगों को कॉन्सेप्ट समझ में नहीं आया। छात्रों ने अपनी समस्या कॉलेज प्रशासन के सामने रखी तो उन्हें आश्वासन दिया गया कि आप इम्तहान में शामिल हों, किसी को फेल नहीं किया जाएगा। बावजूद इसके रिम्पा को फेल कर दिया गया और उसने डिप्रेशन में खुदकुशी कर ली। छात्रों ने कहा कि बैक करने वाले विद्यार्थियों को मेन पेपर का एग्जाम भी साथ देना पड़ा। एक परीक्षा से दूसरी परीक्षा के बीच के डेढ घंटे के ब्रेक में 6 महीने की पढ़ाई कैसे पूरी हो पाएगी।
अभी तक विवि प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं
बिहार सबौर कृषि विवि परिसर के महिला छात्रावास में छात्रा की खुदकुशी की घटना के बाद पूरे विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया है। छात्र लगातार हंगामा कर रहे हैं। छात्रा रिम्पा की मौत का जेम्मेवार सीधे तौर पर विवि प्रशासन को ही मान रहा है। हालांकि इस पूरे मामले में अभी तक विवि प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
Input: Bhaskar
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