बालू के अवैध खनन मामले में दागी अफसरों पर बिहार सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है. इस कड़ी में बिहार पुलिस मुख्यालय ने अवैध खनन (Illegal Sand Mining) में शामिल होने के आरोप में पिछले दिनों राजधानी पटना के अलावा सारण, भोजपुर, औरंगाबाद और रोहतास से हटाए गए चार पुलिस इंस्पेक्टरों और 14 सब इंस्पेक्टरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी चलाने का निर्देश दिए गए हैं. डीजीपी एसके सिंघल के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है. इन सभी पुलिस अफसरों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने जांच की थी और बालू माफियाओं से इनके संबंधों को उजागर किया था.
आर्थिक अपराध इकाई की रिपोर्ट के बाद आरोपियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पहले फील्ड से हटाया गया और फिर इनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई. बिहार पुलिस मुख्यालय ने जिन पुलिस इंस्पेक्टरों पर कार्रवाई की है उनमें अरविंद कुमार, सुनील कुमार, दयानंद सिंह और अवधेश कुमार झा के नाम शामिल हैं. इसके अलावा सब इंस्पेक्टर रैंक में संजय प्रसाद, दीप नारायण सिंह, रहमतुल्लाह, कृपाशंकर शाह, बृजेंद्र प्रताप सिंह, आनंद कुमार सिंह, पंकज कुमार, सतीश कुमार सिंह, राजेश कुमार चौधरी, दिनेश कुमार दास, राजकुमार, अशोक कुमार और रामपुकार राम के नाम शामिल हैं.
सभी निलंबित किए गए अफसरों पर विभागीय कार्रवाई को लेकर प्रपत्र दिए जाने का काम भी शुरू कर दिया गया है. अवैध बालू खनन मामले में साक्षर गवाहों की सूची भी तैयार कर ली गई है. पुलिस और प्रशासनिक अफसरों पर शिकंजा और सबूत इकट्ठा करने के मकसद से आर्थिक अपराध इकाई ने उनके मोबाइल फोन की सीडीआर भी निकाल ली है. सूत्रों की मानें तो बालू के अवैध खनन मामले में कार्रवाई के बाद कुछ अफसरों की बर्खास्तगी तक की कार्रवाई हो सकती है.
इससे पहले पुलिस मुख्यालय द्वारा बालू के अवैध खनन में संलिप्त औरंगाबाद और भोजपुर के तत्कालीन एसपी, डेहरी ऑन सोन के एसडीपीओ को निलंबित किया गया था. वहीं, औरंगाबाद सदर, भोजपुर, पालीगंज और डेहरी ऑन सोन के एसडीपीओ पर निलंबन की कार्रवाई की गई थी. इसके साथ ही खनन विभाग के तीन और परिवहन विभाग के अधिकारी पर भी अवैध बालू खनन के मामले में निलंबन की कार्रवाई की गई थी.
Input: News18
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