बिहार में 10 जिलों में नए हवाई अड्डों के विकास की योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। मुजफ्फरपुर के पताही एयरपोर्ट समेत कई महत्वपूर्ण स्थानों पर एयरपोर्ट नेटवर्क को सशक्त करने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) इस महत्वाकांक्षी परियोजना को साकार करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है।
जिलों से रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण काम में देरी
सिविल विमानन निदेशालय, पटना ने संबंधित जिलों से हवाई अड्डों के बुनियादी ढांचे की रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन अब तक रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो पाई है। इस वजह से परियोजना की प्रगति में थोड़ी रुकावट आई है।
जिलाधिकारियों को भेजा गया रिमाइंडर
जिला सामान्य शाखा के एसडीसी ने एडीएम रेवेन्यू को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है कि संबंधित रिपोर्ट जल्द से जल्द निदेशालय को भेजी जाए। इसके लिए जिलाधिकारियों को भी रिमाइंडर भेजा गया है।
किन जिलों में होंगे नए एयरपोर्ट का विकास?
नए हवाई अड्डों का निर्माण निम्नलिखित स्थानों पर किया जाएगा:
सम्बंधित ख़बरें
- मुजफ्फरपुर पताही
- सुपौल
- सहरसा
- भागलपुर
- मुंगेर
- वाल्मीकिनगर
- मोतिहारी
- रक्सौल
- मधुबनी
- छपरा
इन सभी एयरपोर्ट्स को क्षेत्रीय उड़ान योजना (UDAN) के तहत विकसित किया जाएगा। पैसेंजर टर्मिनल भवन, सुरक्षा सेवाएं, और अन्य आधुनिक सुविधाओं का निर्माण इस परियोजना का हिस्सा होगा।
भूमि की उपलब्धता पर मांगी गई थी जानकारी
नागर विमानन मंत्रालय ने पहले बिहार सरकार के मुख्य सचिव से एयरपोर्ट निर्माण के लिए आवश्यक भूमि की नि:शुल्क उपलब्धता पर रिपोर्ट मांगी थी। योजना के अंतर्गत छोटे विमानों के संचालन (2B और 3C कैटेगरी) को प्राथमिकता दी जाएगी।
क्या होंगे इस विकास के फायदे?
- राज्य में हवाई यातायात को बढ़ावा मिलेगा।
- व्यापार और पर्यटन के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
- यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।