बिहार में पिछले 6 साल से बंद पड़े बनमनखी-बिहारीगंज रेलखंड (Banmankhi-Bihariganj Train Route) पर जल्द ही ट्रेनों का परिचालन शुरू होने वाला है। रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त यानी सीआरएस (CRS) ने पूर्णिया के बरहरा कोठी से लेकर बिहारीगंज रेलखंड का निरीक्षण किया। सीआरएस एएम चौधरी समस्तीपुर डीआरएम (DRM) के साथ ट्रेन से पहले बनमनखी जंक्शन पहुंचे फिर वहां से वह ट्रेन से बरहरा कोठी स्टेशन पहुंचे।
बड़हरा कोठी से बिहारीगंज तक पहले ट्रॉली से सफर कर ट्रैक का निरीक्षण किया, इसके बाद बिहारीगंज से वह ट्रेन से ही बनमनखी लौटे। इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन चलवाकर सीआरएस ने बरहरा कोठी बिहारीगंज रेलखंड के नये ट्रैक का निरीक्षण किया।

रेलवे मंत्रालय को भेजी जाएगी इसकी रिपोर्ट
इस मौके पर समस्तीपुर डिवीजन के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि सीआरएस का इंस्पेक्शन हो गया है। बाकी जो छोटी मोटी कमियां है, उसको ठीक करने का निर्देश भी दिया गया है। इसके बाद सीआरएस के द्वारा रेलवे मंत्रालय को इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। सब कुछ अगर ठीक-ठाक रहा फिर भी कम से कम 25 दिन ट्रेन के परिचालन में लग जाएंगे।

सीआरएस निरीक्षण के बाद 2016 से बंद पड़े बड़हरा कोठी बिहारीगंज रेलखंड पर अब जल्द ट्रेन के परिचालन की लोगों में उम्मीद जगी है। गौरतलब है कि आमान परिवर्तन के कारण 2016 से ही बनमनखी से बिहारीगंज तक ट्रेन का परिचालन बंद था।
ट्रेन का परिचालन जल्द शुरू होने की संभावना
लेकिन, 2019 में बनमनखी से बड़हरा कोठी तक मात्र 17 किलोमीटर तक ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया था। शेष 12 किलोमीटर बरहरा कोठी से बिहारीगंज की दूरी के बीच ट्रेन का परिचालन शुरू नहीं हुआ था।
अब सीआरएस के इंस्पेक्शन के बाद इस रूट पर भी जल्द ट्रेन का परिचालन शुरू होने की संभावना है। इससे इस इलाके के लाखों लोगों को फायदा मिलेगा।
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6 वर्ष बीतने के बावजूद नहीं चल सकी ट्रेन

बनमंखी रेलखंड पर आमान परिवर्तन कार्य को लेकर रेल का परिचालन बीते 31 जनवरी 2016 से बंद करा दिया गया था। इसके बाद तकनीकी के कारण टेंडर कार्य बिलंब से होने की वजह से निर्माण कार्य देरी से प्रारंभ हुआ था।
निर्माण कार्य प्रारंभ होतें ही तेजी से कार्य की शुरुआत की गई थी। लेकिन कुछ माह बाद निर्माण कार्य की गति धीमी पड़ गई। निर्माण कार्य समय सीमा पर पूर्ण नहीं होने पर रेल मंत्रालय द्वारा कार्रवाई के बाद संवेदक को काली सूची में डाल दिया गया।
इसके बाद पुन: रिटेंडर की प्रक्रिया पूर्ण की गई। नये संवेदक द्वारा अधूरा कार्य को पूर्ण कराने की प्रक्रिया तेजी के साथ कराया जा रहा हैं। बिहारीगंज, रघुवंशनगर, बड़हरा कोठी रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म निर्माण कार्य एवं रेल पथ कार्य अंतिम चरण में रहने की बाते कही जा रही है।